रानीखेत टिकट फाइनल में भाजपा के फिर छूटेंगे पसीने
उत्तराखंड में विधानसभा सीट रानीखेत का टिकट फाइनल करने में भाजपा को एक बार फिर मशक्कत करनी पड़ सकती है।
राज्य गठन के पहले से इस सीट पर लगातार चुनाव लड़ रहे अजय भट्ट के अब नैनीताल से सांसद होने के बाद से यह स्थिति बनी है।
भट्ट वर्तमान में केंद्रीय रक्षा और पर्यटन राज्यमंत्री हैं। वर्ष 2022 में पार्टी किस कार्यकर्ता पर भरोसा जताती है, इसे लेकर चर्चाएं चल रही हैं।
रानीखेत सीट पर 2017 के चुनाव में भाजपा में उम्मीदवारी को लेकर हुई बगावत के बाद पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी अजय भट्ट चुनाव हार गए थे।
अब भट्ट केंद्रीय राजनीति में सक्रिय हैं। ऐसी स्थिति में रानीखेत सीट पर भाजपा प्रत्याशी को लेकर उहापोह की स्थिति है।
पिछले विस चुनाव में पार्टी के बगावत कर चुनाव मैदान में उतरे डॉ.प्रमोद नैनवाल को भाजपा पार्टी में बहाल कर चुकी है।
इधर, इस विस क्षेत्र में हल्द्वानी निवासी भाजपा नेता महेंद्र अधिकारी की एकाएक सक्रियता ने भाजपा के दावेदारों की फेहरिस्त में एक नाम और जुड़ता दिख रहा है।
महेंद्र की सक्रियता को पार्टी के स्थानीय नेता अंदरखाने बाहरी व्यक्ति के रानीखेत में दखल के रूप में देख रहे हैं।
तहसील रानीखेत में मजखाली के मूल निवासी और वर्तमान में हल्द्वानी में रह रहे महेंद्र अधिकारी के बैनर और होर्डिंग उनकी तैयारी को तस्दीक कर रहे हैं।
पूर्व दर्जा राज्यमंत्री एवं भिकियासैंण के सिरमोली गांव निवासी कैलाश पंत का नाम भाजपा के टिकट के दावेदारों में शुमार है। पंत आरएसएस पृष्ठभूमि के हैं।
वह वर्ष 2002 में भाजपा के प्रदेश संगठन मंत्री और 2007 में भाजपा सरकार में दर्जा राज्यमंत्री रहे हैं। इस बार भी उन्हें दर्जा मंत्री बनाया गया था।
पिछले विधानसभा चुनाव में इस सीट पर बागी प्रत्याशी रहे डॉ.प्रमोद नैनवाल की कुछ माह पहले ही पार्टी में वापसी हो चुकी है।