सदन के अंदर और बाहर विपक्ष का जोरदार हंगामा
उत्तराखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को कार्रवाई शुरू हो गई। सदन शुरू होने से पहले ही कांग्रेस विधायकों ने सरकार को घेरा। मांग की है कि नियम 310 के तहत हरिद्वार कुंभ में हुए कोविड जांच फर्जीवाड़ा में चर्चा की जाए।
विपक्ष ने नियम 310 के तहत चर्चा करने की मांग को लेकर सदन में हंगामा भी किया। हंगामे को देख, नियम 58 के तहत कोविड जांच फर्जीवाड़े पर बाद में चर्चा होगी।
वहीं दूसरी ओर, उत्तराखंड के लोगों को ओबीसी का दर्जा देने की मांग को लेकर मंगलवार को विधानसभा कूच किया गया। धारचूला कांग्रेस विधायक हरीश धामी और केदारनाथ विधायक मनोज रावत सदन की कार्रवाई शुरूहोने से पहले ही धरने पर बैठ गए थे।
धामी ने धारचूला विधानसभा क्षेत्र में विधायक निधि से मोबाइल टावर का बजट जारी होने के बाद भी टावर नहीं लगने से नाराज होकर धरना दिया। कहा कि क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क बहुत बड़ी समस्या है।
जबकि, केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने चारधाम यात्रा खोलने को लेकर धरना दिया। मनोज रावत ने कहा कि चारधाम यात्रा से जुड़े लोगों के सामने आर्थिक का संकट पैदा हो गया है।
रावत ने सरकार पर आरोप जड़ा कि सरकार कोर्ट में ठीक ढंग से पैरवी नहीं कर पा रही है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि मानसून सत्र के आखिरी दिन शुक्रवार के बाद शनिवार को सतत विकास लक्ष्यों पर एक दिन की चर्चा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि उन्होंने कार्य मंत्रणा में इस प्रस्ताव को रखा था जिस पर सहमति जताई गई है। उन्होंने कहा कि सदन के एक दिन बाद इस चर्चा को कराने के पीछे मुख्य मकसद यह है कि सतत विकास लक्ष्यों पर रखी गई चर्चा के लिए विधायकों को दूर दराज से बाद में अलग से न आना पड़े। उन्होंने कहा कि उस दिन केवल चर्चा होगी और प्रश्नकाल व शून्यकाल आदि नहीं होंगे।