सेंसेक्स 209 अंक के उछाल के साथ बंद
नई दिल्ली। क्या आपको पेंटिंग करने में मजा आता है या फिर आप पूरी दुनिया घूमना चाहते हैं। लेकिन नौकरी और जिम्मेदारियों की वजह से आप ऐसा नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में आप निश्चित तौर पर यह सोचते होंगे कि रिटायरमेंट के बाद आप ये सारे शौक पूरा करेंगे। हर व्यक्ति रिटायरमेंट के बाद सुविधाजनक जीवन, हॉबी को पूरा करना और वित्तीय आजादी चाहता है।
हालांकि, अगर आप नौकरी या बिजनेस करते हुए पर्याप्त सेविंग नहीं करते हैं तो आपको इन सपनों को पूरा करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही आपको वित्तीय आजादी भी नहीं मिल पाती है। ऐसे में इन सपनों को पूरा करने के लिए सही समय पर रिटायरमेंट प्लानिंग की शुरुआत काफी अहम हो जाता है।
आपको अपनी पहली सैलरी मिलने के साथ ही रिटायरमेंट के लिए निवेश की शुरुआत कर देनी चाहिए। अगर आपने अब तक ऐसा नहीं किया है तो यह इसकी शुरुआत का सबसे उपयुक्त समय है। देर करने का मतलब है कि आपको उतनी ही राशि जुटाने के लिए ज्यादा सेविंग करने की जरूरत होगी क्योकिं आप कम्पाउंडिंग की ताकत का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।
उदाहरण के लिए अगर कोई 25 वर्ष का व्यक्ति 60 साल की उम्र में रिटायर होना चाहता है और उस समय उसे अपने रिटायरमेंट फंड के लिए पांच करोड़ रुपये चाहिए।
अगर हम यह मान लें कि उसे अपने निवेश पर औसतन 12 फीसद सालाना का रिटर्न मिल रहा है तो उसे प्रति माह 6,850 रुपये निवेश करने की दरकार होगी। वहीं, अगर कोई 45 वर्ष की आयु का व्यक्ति भी 60 साल में रिटायर होना चाहता है और उसे भी रिटायरमेंट के समय पांच करोड़ रुपये की रकम चाहिए तो उसे तकरीबन 86,050 रुपये प्रति माह का निवेश करना होगा।