आशाबहु की लापरवाही से जच्चा बच्चा दोनों की हुई मौत
पति ने लगाया आशा सहित डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप
संवाद सहयोगी- कुलदीप धुरिया।
हमीरपुर। मौदहा। आशाबहू बहू की लापरवाही से हुई दो मौतों से जहां परिवार मे कोहराम मच गया, तो वहीं परीजन स्वास्थ विभाग को दोनों मौतों का जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। आशाबहू के आने से इंकार करने पर प्रसूता का घर में ही बिना किसी की देखरेख में प्रसव हो गया।
जिसे अधिक रक्त स्राव होने पर कस्बे के सरकारी अस्पताल लाया गया। जहां से खून की कमी होने पर सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है। जबकि शिशु की एम्बुलेंस मे ही अस्पताल लाते समय मौत हो गई।जबकि सदर अस्पताल ले जाते समय प्रसूता की मौत होने से कोहराम मच गया है।
सिसोलर थाना क्षेत्र के ग्राम गहरौली खुर्द निवासी राम मिलन सिंह की पत्नी संगीता को आज सुबह प्रसव पीड़ा होने लगी। जिसके चलते पति राममिलन गांव की आशाबहू सीमा को बुलाने गया था। राम मिलन का आरोप है कि आशाबहू ने आने से मना कर दिया था।जब वह लौटकर घर आया तो देखा कि प्रसव हो चुका था और शिशु चारपाई पर पडा था। जबकि प्रसूता संगीता दर्द अधिक होने के कारण जमीन पर गिर गई थी।
राम मिलन ने बताया कि उसने तत्काल एम्बुलेंस को फोन किया।सूचना पर पहुंची एम्बुलेंस द्वारा जच्चा,बच्चा को कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य स्वास्थ केंद्र लाया गया।जहां पर डाक्टरों ने शिशु को मृत घोषित कर दिया।जबकि प्रसूता को अधिक रक्त स्त्राव होने के चलते हुई खून की कमी के कारण सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है।जबकि राम मिलन ने सरकारी अस्पताल के डाक्टरों पर भी अपनी पत्नी के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
संगीता का यह पहला बच्चा है और उनकी शादी दो वर्ष पहले हुई थी।अधिक खून बह जाने के कारण जहां संगीता की हालत गंभीर है तो वहीं पहले बच्चे की मौत और पत्नी की हालत देखकर राममिलन सिंह बदहवास हो गया है।जबकि सदर अस्पताल ले जाते समय प्रसूता संगीता की भी मौत हो गई है।
वहीं उक्त मामले में सीएचसी अधीक्षक डा.अनिल सचान ने बताया कि राम मिलन आशा से अभद्रता कर रहा है इसलिए वह नहीं आई है। जबकि बाद में ए.एन.एम को घर भेजा गया था जो प्रसूता को सरकारी अस्पताल लाई थी। मामला कुछ भी हो परिजनो द्वारा स्वास्थ विभाग के कर्मचारियों पर खुले आम लापरवाही बरतने के आरोप लगाए जा रहे हैं और दो मौतों का जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।