सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी को दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर

सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने अल्जीरिया की यात्रा के दौरान गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया और वहां के थल सेना प्रमुख के साथ रक्षा सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की। इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच आपसी सहयोग, प्रशिक्षण, तकनीकी साझेदारी और शांति-सुरक्षा को बढ़ाना है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद जनरल द्विवेदी की यह पहली विदेश यात्रा है।

सेना प्रमुख (सीओएएस) जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सोमवार को अपनी आधिकारिक अल्जीरिया यात्रा के दौरान गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया और भारत और अल्जीरिया के बीच रक्षा सहयोग को और मजबूत करने को लेकर बातचीत की। जनरल द्विवेदी ने अल्जीरियाई थल सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मोस्तेफा समाली से मुलाकात की। उन्होंने भारत और अल्जीरिया की सेनाओं के बीच आपसी रक्षा सहयोग को बढ़ाने पर चर्चा की।

भारतीय सेना के जनसंपर्क निदेशालय (एडीजी-पीआई) ने एक्स पर एक पोस्ट में जानकारी दी कि जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने अल्जीयर्स स्थित थल सेना कमान मुख्यालय में गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया और फिर लेफ्टिनेंट जनरल मोस्तेफा समाली के साथ बातचीत की। बातचीत का उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच सहयोग को बढ़ाना, शांति और सुरक्षा के प्रति आपसी प्रतिबद्धता को मजबूत करना था।

अपनी यात्रा की शुरुआत जनरल द्विवेदी ने सोमवार को अल्जीरिया में भारत की राजदूत स्वाति विजय कुलकर्णी की ओर से आयोजित स्वागत रात्रिभोज के साथ की। इस कार्यक्रम में अल्जीरियाई गणमान्य व्यक्तियों, विभिन्न देशों के राजदूतों, रक्षा अधिकारियों, वाणिज्य मंडलों के प्रमुखों, थिंक टैंक और शिक्षाविदों ने हिस्सा लिया। जरनल द्विवेदी से पहले हाल ही में भारत की राष्ट्रपति और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) भी अल्जीरिया की यात्रा कर चुके हैं। यह दौरे दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों की गंभीरता को दर्शाते हैं।

इस यात्रा से पहले 30 जुलाई से एक अगस्त तक अल्जीयर्स में एक रक्षा सेमिनार आयोजित किया गया था, जिसमें भारतीय रक्षा कंपनियों ने अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया था। इसका मकसद भारत और अल्जीरिया के बीच रक्षा तकनीक और उद्योग में साझेदारी की नींव रखना था। गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद जनरल उपेंद्र द्विवेदी की यह पहली विदेशी यात्रा है। यह ऑपरेशन सात मई को उस समय शुरू किया गया था, जब 22 अप्रैल को पहलगाम में एक आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे। भारत ने एलओसी पार कर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने के लिए यह अभियान चलाया।

भारतीय सेना ने बताया कि इस यात्रा के दौरान थल सेना से थल सेना के संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा होगी। साथ ही, प्रशिक्षण के आदान-प्रदान, क्षमताओं को विकसित करने की योजनाओं और तकनीकी सहयोग जैसे क्षेत्रों पर भी बातचीत की जाएगी।

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