बांग्लादेश में छात्रों ने नई पार्टी बनाने का किया ऐलान, पढ़ें पूरी खबर…

बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल मच चुकी है। जिन छात्र नेताओं की वजह से शेख हसीना की सरकार गिर गई, उन्हीं छात्रों ने अब राजनीतिक पार्टी बनाने का एलान कर दिया है। उम्मीद जताई जा रही है कि अगले कुछ दिनों में छात्र एक राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा करने वाले हैं। 

बता दें कि मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार के सलाहकार नाहिद इस्लाम ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। नाहिद इस्लाम यूनुस कैबिनेट में सूचना सलाहकार के पद पर तैनात थे। उन्होंने मंगलवार को मोहम्मद यूनुस को अपना इस्तीफा दिया।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नई पार्टी बनाने की घोषणा शुक्रवार दोपहर 3 बजे (बांग्लादेश समय के मुताबिक) की जाएगी। जातीय नागरिक समिति के मुख्य आयोजक सरजिस आलम ने सोमवार शाम को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पार्टी बनाने का एलान किया है।

बांग्लादेश के हालात पर आर्मी चीफ चिंतित

बांग्लादेश में नेताओं के बीच आंतरिक स्थिति की पैदा हो गई है।  बांग्लादेश आर्मी चीफ (सेना प्रमुख) ने भी सभी नेताओं को चेतावनी दी है।

सेना प्रमुख वकार-उज्जमान ने कहा,”देश की कानून व्यवस्था खराब होने के कुछ कारण हैं। पहला कारण हैं कि हम आपस में ही लड़ने में व्यस्त हैं। अगर आप अपने मतभेदों को नहीं भुलाते हैं तो इससे दिक्कत होगी। देश की संप्रभुता जोखिम में पड़ जाएगी। मैं चेतावनी दे रहा हूं। सभी नेता एक दूसरे पर आरोप लगाने में व्यस्त हैं, जिससे शरारती तत्वों को माहौल बिगाड़ने का मौका मिल रहा है।”

सेना प्रमुख वकार-उज्जमान ने नेताओं को कहा कि मैं सिर्फ आपको वार्निंग दे रहा हूं। इसके पीछे कोई निजी एजेंडा नहीं है। मैं देश की भलाई में यह बात कह रहा हूं। मैं सिर्फ शांति बहाली चाहता हूं।

छात्र आंदोलन की वजह से गई थी शेख हसीना की सरकार

पिछले साल सरकार नौकरियों में आरक्षण खत्म करने की मांग को लेकर छात्रों ने प्रदर्शन किए थे। आंदोलनकारी छात्रों ने शेख हसीना सरकार के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन किए। इस हिंसक प्रदर्शन में 1200 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। छात्र आंदोलन की वजह से न सिर्फ शेख हसीना की सरकार गिर गई बल्कि उन्हें अपने परिवार के साथ भाग कर भारत में शरण लेनी पड़ी।

बांग्लादेश में कब होंगे चुनाव?

बता दें कि  बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने पहले ही साफ किया था कि उन्हें चुनाव लड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं है। सवाल है कि देश में चुनाव कब होंगे, इस बात पर  संशय बरकरार है। हाल के दिनों में यूनुस ने कहा है कि 2025 के अंत तक चुनाव हो सकते हैं। वहीं, कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि युवाओं के नेतृत्व वाली पार्टी देश के राजनीतिक परिदृश्य को महत्वपूर्ण रूप से बदल सकती है।

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