रजकुंड मेला के टिकट की कीमतों में कमी, 40% तक छूट

फरीदाबाद में चल रहा सूरजकुंड मेला घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए एक खुशखबरी है। हरियाणा पर्यटन निगम ने अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड मेले की टिकट पर 40 प्रतिशत तक का डिस्काउंट कर दिया है। हरियाणा पर्यटन निगम में यह फैसला पर्यटकों के मेले के प्रति बढ़ते रुझान को देखते हुए लिया है। यह डिस्काउंट दो टिकट पर ही मिलेगा और यह छूट वर्किंग डेज के दौरान ही रहेगी।
दरअसल, इस बार हरियाणा पर्यटन निगम में अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले को लेकर कई बड़े बदलाव किए हैं। पहली बार दो राज्यों को मेले का थीम स्टेट बनाया गया है। वहीं, मेले का टिकटिंग पार्टनर दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को बनाया गया है। अभी तक मेले की टिकट 120 और 180 रुपये की मिल रही हैं। वीक डेज पर टिकट के रेट 120 रुपये होतें हैं, जबकि वीकेंड पर टिकट की कीमत 180 रुपये होती है।
अब इसमें दो टिकट पर 40 प्रतिशत तक की छूट दी गई है। हालांकि, वीकेंड पर 180 रुपये की ही टिकट रहेगी। हरियाणा पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक डॉक्टर सुनील कुमार ने बताया कि अधिक से अधिक लोग मेले का लाभ ले सकें, इसके चलते यह फैसला लिया गया है।
कहां से मिलेंगी मेला की टिकट
सूरजकुंड मेला की टिकट दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के मोबाइल ऐप के साथ ही मेट्रो स्टेशनों से भी खरीदी जा सकती है। डीएमआरसी मोमेंटम 2.0 ऐप के माध्यम से सभी मेट्रो स्टेशन और मेला स्थल पर निर्धारित टिकट काउंटर से सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे के बीच मेले की टिकट खरीदी जा सकती हैं। इसके साथ ही मेला स्थल पर भी यह उपलब्ध हैं।
तीन दशक से लग रहा मेला
गौरतलब है कि, हरियाणा के पर्यटन विभाग द्वारा 7 फरवरी से 23 फरवरी तक 38वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला आयोजन किया जा रहा है। सूरजकुंड मेला में इस बार 42 देशों के 648 प्रतभागी हिस्सा ले रहे हैं। सूरजकुंड शिल्प मेला, भारत की एवं शिल्पियों की हस्तकला का 15 दिन चलने वाला मेला लोगों को ग्रामीण और लोक संस्कृति का परिचय देता है। यह मेला हरियाणा राज्य के फरीदाबाद शहर के दिल्ली के निकटवर्ती सीमा से लगे सूरजकुंड क्षेत्र में प्रतिवर्ष लगता है। यह मेला लगभग तीन दशक से आयोजित होता आ रहा है। इस मेले में हस्तशिल्पी और हथकरघा कारीगरों के अलावा विविध अंचलों की वस्त्र परंपरा, लोक कला, लोक व्यंजनों के अतिरिक्त लोक संगीत और लोक नृत्यों का भी संगम होता है।