बिहार: गया जी पहुंचे अभिनेता विनोद आनंद सिंह, देवघाट पर किया तर्पण

फिल्म मृत्युदंड, ताल और गंगाजल जैसी चर्चित फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता विनोद आनंद सिंह गयाजी पहुंचे। उन्होंने विष्णुपद मंदिर के पास देवघाट तट पर अपने माता-पिता के साथ पितरों का तर्पण किया और दिसंबर में पिंडदान करने की घोषणा की।
चर्चित फिल्मों मृत्युदंड, ताल और गंगाजल में अपनी कला का प्रदर्शन कर चुके अभिनेता विनोद आनंद सिंह रविवार को गयाजी नगरी पहुंचे। उन्होंने विष्णुपद मंदिर के पास देवघाट तट पर अपने माता-पिता के साथ पूर्वजों और पितरों का तर्पण किया। तर्पण के बाद उन्होंने अमर उजाला से खास बातचीत में कहा कि दिसंबर माह में गयाजी में पिंडदान भी करेंगे।
विनोद आनंद सिंह का पैतृक घर गया जिले के गुरारू थाना क्षेत्र में है। उन्होंने बताया कि अब तक दर्जनों फिल्म और टीवी धारावाहिकों में अभिनय कर चुके हैं। अपने करियर की शुरुआत 1995 में गया के चंद्रशेखर जनता कॉलेज में ओपेन थियेटर से की थी। इसके बाद वे मुंबई चले गए, लेकिन आज भी रंगमंच से गहरा लगाव है।
उन्होंने कहा कि गयाजी में एक बार फिर से रंगमंच को जीवंत करने की इच्छा है। अपने फिल्मी सफर के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि गंगाजल, मृत्युदंड, ताल, जंगल, रंगरसिया, नेताजी सुभाषचंद्र बोस और डी कंपनी जैसी फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं। इसके अलावा युग, आहट, नया दौर, कस्तूरी, सावधान इंडिया और क्राइम पेट्रोल जैसे कई धारावाहिकों में भी नजर आए हैं। विनोद आनंद सिंह के मुताबिक, “एक्टिंग एक कड़ी तपस्या है और इसे साधना की तरह निभाना पड़ता है।”फिल्म मृत्युदंड, ताल और गंगाजल जैसी चर्चित फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता विनोद आनंद सिंह गयाजी पहुंचे। उन्होंने विष्णुपद मंदिर के पास देवघाट तट पर अपने माता-पिता के साथ पितरों का तर्पण किया और दिसंबर में पिंडदान करने की घोषणा की।
चर्चित फिल्मों मृत्युदंड, ताल और गंगाजल में अपनी कला का प्रदर्शन कर चुके अभिनेता विनोद आनंद सिंह रविवार को गयाजी नगरी पहुंचे। उन्होंने विष्णुपद मंदिर के पास देवघाट तट पर अपने माता-पिता के साथ पूर्वजों और पितरों का तर्पण किया। तर्पण के बाद उन्होंने अमर उजाला से खास बातचीत में कहा कि दिसंबर माह में गयाजी में पिंडदान भी करेंगे।
विनोद आनंद सिंह का पैतृक घर गया जिले के गुरारू थाना क्षेत्र में है। उन्होंने बताया कि अब तक दर्जनों फिल्म और टीवी धारावाहिकों में अभिनय कर चुके हैं। अपने करियर की शुरुआत 1995 में गया के चंद्रशेखर जनता कॉलेज में ओपेन थियेटर से की थी। इसके बाद वे मुंबई चले गए, लेकिन आज भी रंगमंच से गहरा लगाव है।
उन्होंने कहा कि गयाजी में एक बार फिर से रंगमंच को जीवंत करने की इच्छा है। अपने फिल्मी सफर के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि गंगाजल, मृत्युदंड, ताल, जंगल, रंगरसिया, नेताजी सुभाषचंद्र बोस और डी कंपनी जैसी फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं। इसके अलावा युग, आहट, नया दौर, कस्तूरी, सावधान इंडिया और क्राइम पेट्रोल जैसे कई धारावाहिकों में भी नजर आए हैं। विनोद आनंद सिंह के मुताबिक, “एक्टिंग एक कड़ी तपस्या है और इसे साधना की तरह निभाना पड़ता है।”