कोरोना के नए वेरिऐंट JN1 से उत्तराखंड में लोगों को खतरा, संदिग्ध मरीजों की RTPCR जांच
कोरोना का नया वेरिऐंट जेएन 1 (JN.1) तेजी से फैल रहा है। नए वेरिएंट की वजह से लोगों की मौतें भी हो रहीं हैं। कोरोनो के नए वेरिएंट के दस्तक के बाद उत्तराखंड में भी अलर्ट जारी किया गया है। वायरस से निपटने को सीएम पुष्कर सिंह धामी सरकार पूरी तरह से तैयार है।
संदिग्ध मरीजों की जांच के आदेश जारी किए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि कोरोना के जेएन 1 वेरिएंट की दस्तक को देखते हुए उत्तराखंड के सभी अस्पतालों को कोरोना जैसे लक्षण वाले संदिग्ध मरीजों की आरटीपीसीआर व एंटिजन जांच के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत बुधवार को नई दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की ओर से बुलाई गई बैठक में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में कोरोना के नए वेरिएंट का कोई भी मरीज सामने नहीं आया है। लेकिन सभी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखते हुए सांस व हृदय रोगियों की जांच के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं का ब्योरा रखते हुए बताया कि अस्पतालों को कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहने को कहा गया है।
राज्य की तैयारियों का रखा ब्योरा: उन्होंने बताया कि राज्य में 5893 ऑक्सीजन सपोर्टेड आइसोलेशन बेड, 1204 आईसीयू बेड, 1298 क्रियाशील वेन्टिलेटर, 7561 ऑक्सीजन कन्संट्रेटर, 15950 ऑक्सीजन सिलेन्डर, 93 क्रियाशील पीएसए प्लांट उपलब्ध हैं। कोरोना प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित 3161 पैरामेडिकल स्टॉफ की टीम मौजूद है।
कोरोना को भूल गए आम लोग
विभिन्न अस्पतालों में सामने आया कि लोग कोरोना भूल गए हैं। एडवायजरी जाने होने पर कई मरीज चर्चा करते तो दिखे, पर 95 फीसदी मरीजों-तीमारदारों, डॉक्टरों-कर्मचारियों ने मास्क नहीं पहना था। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन तक कहीं नजर नहीं आया।
जिले में रोज 100 जांच
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. सीएस रावत ने बताया कि जिले में 50 से 100 कोविड की जांच रोजाना हो रही हैं। दो माह से ज्यादा से कोई संक्रमित नहीं मिला है। अब जांच बाहर जाने वाले, एडमिशन, सर्जरी वाले ही करा रहे हैं।
ओमीक्रोन से ज्यादा तेजी से फैलता है नया वेरिएंट
दून अस्पताल के मेडिसन एचओडी डॉ. नारायणजीत सिंह के मुताबिक कोविड का नया स्ट्रेन पहली लहर के मुकाबले कम एवं दूसरी लहर के मुकाबले ज्यादा तेजी से फैलता है। कहा कि यह जेएन.1 वेरिएंट ओमीक्रॉन का ही सब वेरिएंट है। तीसरी लहर में म्यूटेट होते होते अब यह दूसरे वेरिएंट में परिवर्तित हो गया है। हालांकि मृत्यु दर कम है, करीब दो हजार में दो ही मौत हुई हैं, उनमें भी बुजुर्ग शामिल हैं।
राज्यभर में 80 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए
इधर आईडीएसपी के नोडल डॉ पंकज सिंह ने बताया कि राज्य में अभी तक कोरोना का एक भी नया मरीज नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि बुधवार को 80 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। रिपोर्ट अगले कुछ दिनों में आएगी। मंगलवार को जांच के लिए भेजे गए 38 सैंपल में सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।