CM शिवराज का ऐलान, 100 करोड़ रुपये की लागत से रानी दुर्गावती का बनेगा भव्य स्मारक
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुर में जनजातीय नायक, अमर शहीद राजा शंकर शाह जी एवं कुंवर रघुनाथ शाह जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर देश की स्वतंत्रता के लिए दिए गए उनके अमूल्य योगदान का स्मरण किया। बलिदान दिवस कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने कई बड़ी घोषणाएं भी कीं। उन्होंने कहा कि जबलपुर में मदन महल स्थित जमीन पर 100 करोड़ रुपये की लागत से रानी दुर्गावती का स्मारक बनाया जाएगा। इसका भूमिपूजन 5 अक्टूबर को रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती के अवसर पर किया जाएगा।
सीएम शिवराज ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मैं जबलपुर की इस वीर भूमि को प्रणाम करता हूं। गोंडवाना की इस धरती को प्रणाम करता हूं जहां राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह जी ने जन्म लिया। सीएम ने कहा कि अगले महीने 5 अक्टूबर को मैं फिर आऊंगा। तब धूमधाम से रानी दुर्गावती की जयंती मनाई जाएगी। शहीदों की स्मृति बनाए रखना, देशभक्ति की ज्वाला और संस्कृति की भावना को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक है।
इसी के साथ सीएम शिवराज ने कहा कि 2 साल पहले बलिदान दिवस के इसी कार्यक्रम में मैंने 14 घोषणाएं की थीं। मुझे कहते हुए खुशी है कि गरीब और जनजातीय भाई-बहनों की जिंदगी बदलने के लिए हमने वह सभी घोषणाओं को पूरा कर दिया है। जनजातीय लोगों की जिंदगी को बदलने का संकल्प जताते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि “पेसा एक्ट” मध्यप्रदेश की धरती पर लागू किया जा चुका है। हम जनजातीय और गरीब भाई-बहन को जल, जमीन और जंगल का अधिकार दे रहे हैं।
धरती के संसाधनों पर सभी लोगों का समान अधिकार है। आपके विकास में भाषा को बाधा नहीं बनने देंगे। राज्य में बहनों को सम्मान दिया है। अब हर गरीब के पास पक्का मकान होगा। लोगों को घर देने के इरादे से पीएम की तरह ही मुख्यमंत्री आवास योजना लागू होगी। अब मेडीकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में कराई जाएगी, ताकि सरकारी स्कूल के बच्चे में उच्च शिक्षा आसानी से हासिल कर सकें। – सीएम शिवराज
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि अंग्रेज देश से चले गए लेकिन कांग्रेस ने अंग्रेजी लाद दी थी। अब आदिवासियों की बच्चे भी आगे बढ़ सकेंगे। NEET के माध्यम से प्रवेश प्रकिया में सरकारी स्कूलों के बच्चों को मेडिकल की पढ़ाई में 5 प्रतिशत सीटें आरक्षित रहेंगी। सरकारी स्कूल की सूची बनाई जाएगी।