विशेष अदालत ने कोयला घोटाला मामले में ED की चार्जशीट पर लिया संज्ञान, अब तक इतने हुए गिरफ्तार
रायपुर, छत्तीसगढ़ के रायपुर की एक विशेष अदालत ने सोमवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की दो चार्जशीट का संज्ञान लिया। इसमें कोयले, लोहे की छर्रों और अन्य लेखों की आवाजाही पर अवैध उगाही का आरोप लगाया गया था। इस बात की जानकारी एजेंसी की ओर से दी गई है।
अब तक नौ लोग गिरफ्तार
ईडी ने कहा, “छत्तीसगढ़ के कोयला लेवी उगाही घोटाले में व्यवसायी सूर्यकांत तिवारी और सौम्या चौरसिया के कोयला कार्टेल के खिलाफ जांच की जाएगी।” ईडी ने कई जगह तलाशी ली और अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह सभी आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं और विशेष अदालत (पीएमएलए) रायपुर में सूर्यकांत तिवारी, सौम्या चौरसिया, समीर विश्नोई आईएएस और अन्य के खिलाफ अभियोजन पक्ष की दो शिकायतें दर्ज की हैं। एजेंसी की ओर से एक अधिकारिक बयान जारी कर बताया गया है।
राजनीतिक खर्च के लिए इस्तेमाल होते थे अवैध पैसे
ईडी के अनुसार, एक जांच के बाद, यह पाया गया है कि इस जबरन वसूली रैकेट में 540 करोड़ रुपये के अपराध की आय अर्जित की गई थी और इसका उपयोग राजनीतिक खर्च, बेनामी संपत्ति के निर्माण और अधिकारियों को रिश्वत देने के लिए किया गया था। ईडी ने 220 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की थी। फिलहाल, मामले की आगे की जांच चल रही है।
करोड़ों की संपत्ति कुर्क
इससे पहले ईडी ने नौ मई को आईएएस अधिकारी रानू साहू, सूर्यकांत तिवारी, विधायक देवेंद्र यादव, विधायक चंद्रदेव प्रसाद राय, आरपी सिंह, विनोद तिवारी और राम गोपाल अग्रवाल की अवैध कोयला लेवी उगाही घोटाले में 90 अचल संपत्तियों, आलीशान वाहनों, आभूषणों और 51.40 करोड़ रुपये की नकदी को अस्थायी तौर पर कुर्क किया था।
ईडी ने आगे उल्लेख किया कि एक जांच के बाद उपरोक्त व्यक्तियों के सूर्यकांत तिवारी के साथ प्रत्यक्ष साक्ष्य पाया गया था, जो इस मामले का मुख्य संदिग्ध माना गया है।