छुट्टियों में इन हेरिटेज गांव को घूमने का बनाएं प्लान
घूमना शायद ही किसी को ना पसंद होगा। जहां ज्यादातर लोग विदेश घूमने की ख्वाहिश करते हैं तो वहीं कुछ लोग भारत में रहकर ही छोटे-बड़े शहरों को एक्सप्लोर करना चाहते हैं। हालांकि, इन सभी से परे कुछ लोग ऐसे भी हैं तो गांवों को एक्सप्लोर करना पसंद करते हैं।
शहरों से दूर कई गांव ऐसे हैं, जिन्हें पर्यटकों के लिए विकसित किया गया है। ऐसे में आप यहां की पुरानी परंपराओं, संस्कृति और जीवनशैली का अनुभव कर सकते हैं। इन्हें हेरिटेज गांव (Heritage Village) के रूप में जाना जाता है।
खासी हेरिटेज गांव, मेघालय
मावफलांग स्थित खासी हेरिटेज विलेज में देश-विदेश से लोग आते हैं। यह मावफलांग पवित्र वन के ठीक सामने स्थित है और मेघालय की राजधानी शिलांग से सिर्फ 25 किमी दूर है। यह गांव मेघालय की प्रमुख जनजातियों में से एक खासी लोगों की पारंपरिक जीवन शैली को दिखाने के लिए बनाया गया था।
प्रागपुर, हिमाचल प्रदेश
प्रागपुर भारत का पहला हेरिटेज गांव है, जिसकी स्थापना 16वीं शताब्दी के अंत में कांगड़ा जिले के जसवां शाही परिवार की राजकुमारी प्राग देई ने की थी। खूबसूरत दुकानों, पत्थर की सड़कें, और किले जैसे घरों और विलाओं का पता लगाने के लिए दुनिया भर से लोग इस जगह पर आते हैं। इस गांव के लोगों ने आज भी गांव की वास्तुकला को बरकरार रखा है।
गरली, हिमाचल प्रदेश
गरली में आपको फ्यूजन आर्किटेक्चर देखने को मिलेगी। यहां की हवेलियां पहले धनी व्यापारियों के घर हुआ करती थीं। यहां के आर्किटेक्चर में यूरोपीय प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। प्रागपुर से गरली बहुत दूर स्थित है।
किसामा, नागालैंड
किसामा हेरिटेज विलेज प्रसिद्ध हॉर्नबिल उत्सव की जगह है। यह कोहिमा की राजधानी शहर से सिर्फ 12 किमी दूर स्थित है। यहां आप देख सकते हैं कि एक पारंपरिक नागा गांव कैसा दिखता है। टोटेम पोल्स से लेकर मोरंग्स तक, ये सब आपको यहां देखने मिल जाएंगे।
रीक, मिजोरम
रीक हेरिटेज विलेज मिजोरम के ममित जिले में है। प्रकृति से घिरा, पारंपरिक मिजो झोपड़ियों और स्थानीय जीवन जीने के तरीके का अनुभव करने के लिए रीक त्लांग सबसे अच्छी जगह है।