अग्निवीर बनने के लिए गलत राह चुन रहे युवा, फर्जी दस्तावेजों के साथ 2 लोग गिरफ्तार
पिथौरागढ़: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में अग्निवीर योजना के तहत भर्ती की शुरुआत हो चुकी है. इसमें हजारों युवा शामिल हो रहे हैं. इस दौरान शक के आधार पर भर्ती में हिस्सा लेने आये एक युवक के दस्तावेजों की गहनता से जांच की गई तो उसके नकली होने का पता चला. जब उससे इसका कारण पूछा गया तो उसने बताया कि वो ओवरएज हो गया है, बेरोजगारी से तंग आकर उसने फर्जी दस्तावेज तैयार कर भर्ती होने की उम्मीद लगाई थी. दीपक सिंह जैमुवाल नाम के इस शख्स को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. वो पिथौरागढ़ जिले के ग्राम पोस्ट नामिक मुनस्यारी का रहने वाला है.
बता दें कि वर्ष 2020 के बाद सेना में भर्ती बंद हो गयी थी जिसके कारण लाखों युवाओं की सेना में जाने की उम्मीद खत्म हो गयी थी. कई युवा ओवरएज होकर बेरोजगार की श्रेणी में आ गए हैं इसलिए वो रोजगार पाने के लिए गलत राह चुनने के लिए मजबूर हो रहे हैं. उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष ने बढ़ती बेरोजगारी और नौकरियों में कटौती के लिए केंद्र और राज्य सरकार को जिम्मेदार बताया है.
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अग्निवीर योजना में भर्ती के लिए पिथौरागढ़ पहुंचे इस युवक को संदिग्ध होने पर आर्मी भर्ती ग्राउंड से पकड़ा गया. वहीं, यूपी के बागपत का एक युवक, जो यहां भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने पहुंचा था, उसको भी पिथौरागढ़ भर्ती ग्राउंड से फर्जी दस्तावेजों के साथ पकड़ा गया. आरोपी ने कनालीछीना के सुदूर गांव से फर्जी प्रमाण पत्र बना रखा था. उसकी तलाशी में तीन आधार कार्ड मिले.
पिथौरागढ़ पुलिस अधीक्षक (एसपी) लोकेश्वर सिंह ने इस सबंध में कहा कि सेना भर्ती पर विशेष नजर रखी जा रही है. बागपत के रहने वाले युवक को कनालीछीना के दस्तावेज किसने बना कर दिये है, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है. उन्होंने इसके पीछे सक्रिय फर्जी प्रमाण पत्र बनाने वाले गैंग की भी तलाश करने की बात कही.