दिल्ली की सियासी लड़ाई पहुंची राष्ट्रपति के द्वार, BJP और AAP विधायक करेंगे एक दूसरे की शिकायत
दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच जारी सियासी लड़ाई अब राष्ट्रपति भवन तक पहुंचने वाली है. दोनों दलों का प्रतिनिधिमंडल एक दूसरे की शियाकत लेकर बारी-बारी से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने वाले हैं. राष्ट्रपति भवन से भाजपा विधायक को 6 सितंबर, जबकि आप विधायकों को मुलाकात के लिए 7 सितंबर का समय दिया गया है.
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि बीजेपी विधायक 6 सितंबर को राष्ट्रपति से मिलेंगे और ‘आप’ सरकार को बर्खास्त किए जाने की मांग करेंगे. दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि ‘आप’ सरकार ने उपराज्यपाल वी के सक्सेना का भी अपमान किया है. उन्होंने कहा, ‘उपराज्यपाल के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किए जाने के अलावा, उन्हें भेजी गई फाइल पर मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर भी नहीं हैं. कैबिनेट की बैठक के बाद उन्हें कैबिनेट नोट भेजे गए. इन सभी अवैध गतिविधियों को देखते हुए इस सरकार को तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए.’
यूपीः भ्रष्ट अफसरों पर IT रेड मामला,लखनऊ-कानपुर और दिल्ली में 22 जगहों पर रेड
आम आदमी पार्टी (आप) की विधायक आतिशी ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी के विधायकों के प्रतिनिधिमंडल से मिलने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 7 सितंबर का समय दिया है. उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ‘ऑपरेशन लोटस’ से अवगत करायेगा, जो ‘भारत में लोकतंत्र के लिए एक गंभीर खतरा’ है.
आप विधायकों ने बुधवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) में शिकायत दर्ज कराकर भाजपा के ‘ऑपरेशन लोटस’ के खिलाफ जांच की मांग की थी. आप नेताओं ने दावा किया कि वर्ष 2014 में केंद्र में सत्ता में आने के बाद भाजपा ने अब तक ‘ऑपरेशन लोटस’ के तहत अन्य पार्टी की सरकारों को गिराने के लिए कथित तौर पर कुल 277 विधायकों को खरीदा और इस पर अनुमानित रूप से 6,300 करोड़ रुपये खर्च किए.