बिजली चोरी की तकनीक बताकर ठगी, शातिर युवक बोले- आप चाहेंगे तो बिल कम कर दूंगा
दिल्लीः छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में पुलिस ने बिजली बिल कम करने का झांसा देकर ठगी करने का जुर्म दर्ज किया है. मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है. दरअसल कुछ दिन पहले प्रार्थी महावीर प्रसाद साहू द्वारा रामपुर चौकी में एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई. इसमें महावीर ने बताया कि विकास तिवारी नाम का व्यक्ति घर आकर कहा कि आपका बिजली बिल बहुत ज्यादा आया है, अगर आप चाहेंगे तो मैं कम कर दूंगा. अगले माह से बिल कम आने लगेगा. इसके एवज में आपको आधा बिल जमा करना पड़ेगा.
पुलिस के मुताबिक आरोपी के झांसे में आकर प्रार्थी द्वारा फोन पे, गूगल पे के माध्यम से कुल 30 हजार रूपए ठगी कर लिया. कुछ दिन बाद बिजली विभाग से फिर से बिल मिलने पर उसे ठगी का अहसास हुआ. पुलिस चौकी रामपुर में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध धारा 420 के अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया. पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह को इसी प्रकार लगातार सूचनाएं मिल रही थी कि जिले में एक गिरोह सक्रिय है, जो बिजली उपभोक्ताओं के घर घर जाकर उन्हें बिजली बिल कम करने का झांसा देकर उनसे ठगी कर रहा है.
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एसपी संतोष सिंह द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के नेतृत्व एवं नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा योगेश साहू के पर्यवेक्षण में चौकी प्रभारी रामपुर उप निरीक्षक कृष्णा साहू व सायबर सेल के टीम को ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर गिरफ्तार करने के निर्देश दिया गया था. पुलिस चौकी रामपुर में दर्ज इस मामले के आधार पर सायबर सेल की टीम द्वारा जांच शुरू की गई. जांच में पाया गया कि आरोपी विष्णु देवांगन और राकेश रात्रे द्वारा गिरोह बनाकर घटना को अंजाम दिया जा रहा है. आरोपी द्वारा बिजली उपभोक्ताओं के घर पर जाकर, उनके फोन पर व्हाट्सएप के माध्यम से फर्जी बिल भेज कर उनसे फोन पे, गूगल पे व नकदी रकम लेकर धोखाधड़ी की जा रही है. इस मामले में आरोपी विष्णु देवांगन और राकेश रात्रे को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है.
बताया जा रहा है दोनों आरोपी पूर्व में बिजली मीटर रीडिंग का ठेका लेने वाली कंपनी के कर्मचारी हैं. कंपनी का ठेका समाप्त होने के बाद बेरोजगार हैं. कंपनी में काम करने के दौरान उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन के बारे में जानकारी इनके पास था. आरोपियों ने जानकारी का दुरुपयोग कर ठगी करनी शुरू कर दी.