लॉकडाउन में श्रमिकों को फ्लाइट से गांव भेजने वाले पप्पन सिंह ने की आत्महत्या
दिल्लीः दिल्ली में कोविड-19 महामारी के मद्देनजर 2020 में लगाये गये लॉकडाउन के दौरान अपने 10 श्रमिकों को विमान से उनके गृह राज्य बिहार भेजने वाले एक किसान ने बाहरी दिल्ली के अलीपुर स्थित एक मंदिर में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है. पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी. पुलिस के मुताबिक मशरूम (कुकुरमुत्ता) की खेती करने वाले किसान पप्पन सिंह गहलोत (55) मंगलवार शाम करीब पांच बजे तिगीपुर गांव में अपने घर के सामने स्थित शिव मंदिर में एक फंदे से लटके पाये गये.
पुलिस ने बताया कि गहलोत ने यह कठोर कदम उठाये जाने के लिए अपने सुसाइड नोट में स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है. पुलिस के मुताबिक, गहलोत रोजाना मंदिर जाते थे. हालांकि, मंगलवार शाम पुजारी ने उनका शव एक पंखे से लटका पाया और पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तरी)बृजेंद्र यादव ने कहा, घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसके अनुसार उन्होंने रक्तचाप और शर्करा का स्तर अधिक होने की समस्या के कारण आत्महत्या की. उन्होंने बताया कि गहलोत के परिवार के सदस्यों ने कोई संदेह नहीं जताया है. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए बीजेआरएम अस्पताल में रखा गया है
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जानकारी के अनुसार पप्पन सिंह गहलोत पिछले काफी समय से डायबिटीज से पीड़ित थे और इसी के चलते वे अवसाद में भी आ गए थे. वे काफी लंबे समय से काम पर भी नहीं जा रहे थे और केवल घर से मंदिर जाया करते थे. इस दौरान वे ज्यादातर समय अपने कमरे में ही बिता रहे थे. डायबिटीज और डिप्रेशन को लेकर उनकी दवाइयां भी चल रही थीं. और कुछ समय पहले ही उनकी तबियत ज्यादा खराब होने के बाद उन्हें अस्पताल भी भर्ती करवाया गया था लेकिन बाद में हालत सुधरने पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी. लेकिन अचानक उन्होंने तिगीपुर गांव में अपने घर के सामने स्थित मंदिर के पंखे से फंदा लगा कर जान दे दी. पप्पन की मौत के बाद उनके परिवार में कोहराम मच गया है, वहीं उनकी मौत की खबर से पूरे गांव में शोक का माहौल है. कोरोना काल के दौरान श्रमिकों को फ्लाइट से उनके गांव भेजने की बात सामने आने पर पप्पन की तारीफ देश भर में की गई थी.