मिड-डे-मील: बासी दाल और गंदा पानी पीकर बीमार पड़े 2 दर्जन बच्चे
दिल्लीः छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में एक सरकारी स्कूल में दोपहर का भोजन करने के बाद करीब दो दर्जन बच्चों की तबीयत बिगड़ गई. इस घटना के बाद हड़कंप मच गया और सूचना पाते ही आनन-फानन मौके पर अधिकारी पहुंचे. बच्चों का स्थानीय स्वास्थ्य केन्द्र पर इलाज कराया गया. आठ बच्चों की तबीयत ज्यादा खराब होने पर उन्हें प्राथमिक उपचार देकर रतनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रेफर किया गया. फिलहाल सभी बच्चों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.
जानकारी के अनुसार प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि शुक्रवार को स्कूल में बच्चों को दोपहर में बासी दाल परोसी गई थी. उसके बाद बच्चों ने पास में ही लगे हैंडपंप से पानी पीया था. अनुमान जताया जा रहा है कि हैंडपंप का पानी भी दूषित हो सकता है. बासी दाल खाने और दूषित पानी पीने से बच्चों की तबीयत बिगड़ी है. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग पूरे मामले की जांच कर रहा है.
मामला बिलासपुर के विकास खंड कोटा के ग्राम पंचायत सोनसाय नवागांव का है. वहां के आश्रित ग्राम सोठापरपारा में स्कूल में दोपहर का खाना खाने के बाद रात को करीब दो दर्जन बच्चों की तबीयत बिगड़ गई. उन्हें उल्टी और दस्त की शिकायत होने लग गई. बच्चों की तबीयत ज्यादा तबियत बिगड़ने पर गांव वालों ने इसकी जानकारी मीडिया को दी. उसके बाद मीडिया ने स्वास्थ्य विभाग तथा संबंधित लोगों को इसकी सूचना दी.
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इससे प्रशासन में हड़कंप मच गया और जनप्रतिनिधि तथा डॉक्टर वहां पहुंचे. बाद में पीड़ित बच्चों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. खुद बेलगहना तहसीलदार डी के कोसले ने भी माना कि उन्हें इन बीमार बच्चों की जानकारी मीडिया से मिली है. कोसले ने बताया कि ज्यादा सीरियस बच्चों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रतनपुर में भेजा गया हैं. उन बच्चों की हालत स्थिर है.