बड़ी खबर : ब्रिटिश PM की रेस में पिछड़े ऋषि सुनक
दिल्ली: ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री पद के लिए भारतवंशी ऋषि सुनक और लिज ट्रस के बीच मुकाबला तेज हो गया है। शुरुआत में सुनक को अपनी कंजरवेटिव पार्टी के 137 सांसदों का समर्थन मिला था। लिज ट्रस 113 सांसदों का ही समर्थन जुटा पाई थीं। अब फाइनल में कंजरवेटिव पार्टी के लगभग 2 लाख स्थायी मेंबर वोटिंग करेंगे। इससे ही नए प्रधानमंत्री का चुनाव होगा।
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पार्टी के स्थायी मेंबर्स में से 96 फीसदी श्वेत हैं। कंजरवेटिव पार्टी के हालिया YouGov पोल में ट्रस को सुनक से 28 फीसदी बढ़त हासिल हुई है। ट्रस को 58 फीसदी, जबकि सुनक को 30 फीसदी ही वोट मिले हैं। पार्टी के स्थायी मेंबर्स के समर्थन में सुनक पिछड़ते दिखाई दे रहे हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि आने वाले समय में भी सुनक और ट्रस के बीच यही अंतर रहने वाला है। एक अन्य सर्वे के मुताबिक, पार्टी के हर 10 में से 6 मेंबर्स ट्रस के साथ हैं।
अब सुनक और ट्रस वोट मांगने के लिए कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यों के बीच जा रहे हैं। इसे हस्टिंग्स कहते हैं। एक्सिटर, कार्डिफ और ईस्टबोर्न में इस प्रकार की हस्टिंग्स में पार्टी मेंबर्स के बीच सुनक की छवि पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से गद्दारी कर सत्ता हथियाने की लालसा रखने वाले नेता की बनाई जा रही है।
वैसे तो कंजरवेटिव पार्टी के मेंबर अपनी राय को सार्वजनिक करने से बचते हैं, लेकिन एक मेंबर ने बताया कि जॉनसन के सत्ता गंवाने का प्रमुख कारण सुनक को माना जा रहा है। सुनक ने ही जॉनसन के खिलाफ इस्तीफा देकर बगावत शुरू की थी। अधिकांश पार्टी मेंबर जॉनसन की गलतियों को उनके पतन का कारण नहीं मानते हैं। वे इसके लिए ऋषि सुनक को दोषी करार देते हैं।