कांग्रेस का दावा- चर्चा से भाग रही सरकार, संसदीय कार्य मंत्री ने कहा- हम हर मुद्दे पर बहस के लिए तैयार

संसद का मानसून सत्र जारी है। हालांकि, विपक्ष कई मुद्दों को लेकर सरकार पर जबरदस्त तरीके से हमलावर है। विपक्ष के हंगामे की ही वजह से अब तक 3 दिनों से दोनों सदन सुचारू रूप से नहीं चल पाए हैं। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार चर्चा से भाग रही है। कांग्रेस के इस आरोप पर सरकार की ओर से अब जवाब आ गया है। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने साफ तौर पर कहा है कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। अपने बयान में प्रल्हाद जोशी ने कहा कि कांग्रेस ने कहा है कि वे महंगाई और अन्य मुद्दे पर संसद में बहस की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार नहीं मान रही है। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्रई निर्मला सीतारमण, जिन्हें जवाब देना है, Covid19 से संक्रमित हैं, जैसे ही वह ठीक हो जाती हैं और जब बीएसी फैसला करती है और दोनों कुर्सियों ने अनुमति दी है, तो हम चर्चा के लिए तैयार हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस की दिलचस्पी रचनात्मक बहस में नहीं बल्कि व्यवधान पैदा करने में है।

दूसरी ओर राज्य सभा में नेता सदन पीयूष गोयल ने भी कहा कि प्रल्हाद जोशी जी ने आज पुन: ये बात रखी कि हम संवैधानिक रूप से हर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं लेकिन कांग्रेस रचनात्मक रूप से चर्चा करने के लिए तैयारी नहीं है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस की तोड़फोड़ की सोच का खुलासा कांग्रेस नेता जयराम रमेश जी के ट्वीट से हुआ है। वहीं, आज भी महंगाई और हाल ही में कुछ आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी वृद्धि को लेकर विपक्षी सांसदों ने केंद्र सरकार के खिलाफ संसद में विरोध प्रदर्शन किया। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि महंगाई लगातार बढ़ रही है और खाने-पीने की जरूरी चीजों की कीमतें आसमान पर पहुंच गई हैं, जिसका परिणाम आम आदमी को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस महंगाई की मार से महिलाएं ही नहीं, बच्चों से लेकर और बूढ़े तक, देश की 140 करोड़ जनता इससे प्रभावित हो रही है।

आपको बता दें कि महंगाई सहित कुछ अन्य मुद्दों पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों के भारी हंगामे के कारण बुधवार को राज्यसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे की वजह से उच्च सदन में आज भी शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो पाया। लोकसभा में कांग्रेस, द्रमुक सहित कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने महंगाई, जीएसटी, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर बुधवार को भारी शोर-शराबा किया जिसके कारण कार्यवाही को बार बार स्थग्त करनी पड़ी। विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए। उनके हाथों में तख्तियां थीं जिन पर एलपीजी सहित जरूरी वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि, कई वस्तुओं पर जीएसटी की दरें बढ़ाये जाने जैसे मुद्दों का उल्लेख किया गया था।

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker