ईडी ने फिर संजय राउत को किया तलब, मुंबई ऑफिस में पेश होने को कहा

दिल्लीः

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिवसेना सांसद संजय राउत को मुंबई की एक चॉल के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं और उनकी पत्नी तथा सहयोगियों के वित्तीय लेनदेन से जुड़े धन शोधन मामले में फिर से पूछताछ के लिए बुधवार को तलब किया है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. राज्यसभा सदस्य राउत उद्धव ठाकरे खेमे में हैं. राउत ने किसी भी गड़बड़ी से इनकार किया और आरोप लगाया कि उन्हें राजनीतिक प्रतिशोध के कारण निशाना बनाया जा रहा है.

राउत को ईडी के मुंबई स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है. इस मामले में एक जुलाई को राउत से पूछताछ की गई थी. जांच अधिकारियों ने राउत से करीब 10 घंटे पूछताछ में उनका बयान धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत दर्ज किया था.

राउत ने ईडी कार्यालय से बाहर निकलते समय संवाददाताओं से कहा था, “मैंने पूरा सहयोग दिया और उनके सभी सवालों के जवाब दिए. अगर वे मुझे बुलाएंगे तो मैं फिर हाजिर होऊंगा.” राउत ने कहा कि वह ‘निडर और साहसी’ हैं क्योंकि उन्होंने ‘जीवन में कुछ भी गलत नहीं किया.’

इससे पहले ईडी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत का बयान दिसम्बर 2021 दर्ज किया था. संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत 1034 करोड़ के पत्रावाला चॉल घोटाला मामले में गिरफ्तार आरोपी प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी राउत के साथ सिद्धांत सिस्कोन प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी में पार्टनर हैं और इसी कम्पनी से 55 लाख रुपये माधुरी राउत ने संजय राउत की पत्नी को बिना ब्याज के लोन के तौर पर दिए थे जिससे संजय राउत परिवार ने दादर में फ्लैट खरीदा था, जिसे ईडी ने सीज कर लिया है.

संजय राउत के करीबी कहे जानेवाले प्रवीण राउत गुरुआशीष कंस्ट्रक्शंस नाम की एक कंपनी के निदेशक थे, जो हाउसिंग डेवलपमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) की एक सहायक कंपनी थी. गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन ने म्हाडा के साथ गोरेगांव में पात्रा चॉल में लैंड पार्सल के पुनर्विकास के लिए डील की थी, जिसके तहत गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को 3000 से अधिक फ्लैटों का निर्माण करना था, इनमें से लगभग 672 पत्रावाला चॉल में रहने वाले लोगों को मिलना था. जबकि बाकी फ्लैट म्हाडा और गुरुआशीष के पास जाने थे.

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