भीषण गर्मी से धधक रही है आधी दुनिया , अमेरिका में क्लाइमेंट इमरजेंसी लगाने की तैयारी
दिल्ली: दुनिया में कई हिस्से इस समय मौसम की मार झेल रहे हैं। यूरोप, अमेरिका और चीन में तो भीषण गर्मी कहर बनकर टूट रही है। गर्मी की बड़ी वजह जंगलों की आग भी है। फ्रांस, स्पेन, पुर्तगाल समेत करीब 10 देशों में जंगल जल रहे हैं। राजनीतिक अस्थिरता से गुजर रहे ब्रिटेन को हीटवेव ने झकझोर दिया है।
मौसम अधिकारियों ने पूर्वानुमान जताया है कि गर्मी के सारे रिकॉर्ड टूट सकते हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने आशंका जताई है कि गर्मी से लोगों के बीमार होने और मरने तक की आशंका है। इस कारण अधिकारियों ने राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दी है। देश में पहली बार गर्मी के रिकॉर्ड टूटने की आशंका है।
ब्रिटेन फिलहाल सहारा रेगिस्तान से भी ज्यादा गरम है, इस कारण वहां के लोगों को घर से ही काम करने के लिए कहा गया है। मौसम विभाग ने कहा है कि देश में पहली बार पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है। अगर ऐसा हुआ तो यह पहली बार होगा। अत्यधिक तापमान का पिछला रिकॉर्ड 38.7 डिग्री है जो 2019 में बना था। गर्मी से नॉटिंघमशायर, हैम्पशायर और ऑक्सफोर्डशायर में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
अमेरिका में 5.58 करोड़ लोग यानी करीब 17% आबादी गर्मी की चपेट में है। मौसम विभाग के मुताबिक, इस हफ्ते की मध्य तक दक्षिण, पश्चिम और मिडवेस्ट में खतरनाक स्तर की गर्मी का अनुमान है। आगे स्थिति और खराब हो जाएगी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन देश में क्लाइमेट इमरजेंसी लगाने पर विचार कर रहे हैं।