कैसे पिटबुल हुआ आदमखोर ? बेटे ने बयां किया दर्द

दिल्लीः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कुत्ते की वफादारी पर उस वक्त सवाल उठ गए, जब पिटबुल डॉग ने अपनी ही मालकिन को नोच-नोचकर मार डाला. इस घटना से मृतक महिला के बेटे अमित को बड़ा सदमा लगा है, क्योंकि खूनी पिटबुल डॉग के मालिक वही हैं और वे ही उस खूनी पिटबुल को बड़े लाड़-प्यार से पालते थे. पिटबुल कुत्ते के हमले में 80 वर्षीय महिला की मौत बाद उनके बेटे अमित ने बताया कि अब वह उस पिटबुल डॉग को दोबारा कभी नहीं पालेंगे. वह उस कुत्ते को अब देखना भी नहीं चाहते हैं, जिसने उनकी मां की जान ली है.

पिटबुल कैसा था, इसे लेकर अमित ने विस्तार से बताया है. उन्होंने कहा कि उनका पिटबुल अग्रेसिव नहीं था. वह मां के साथ हमेशा खेलता रहता था. अमित ने बताया कि कभी-कभी दरवाजे की घंटी बार-बार बजने से वह चिढ़ता था. इसी कारण वह अक्सर गुस्सा हो जाता था. शायद हमला करने की यही वजह हो. अमित ने कहा कि मेरे पास कुत्ते का लाइसेंस और वैक्सीनेशन है. इसमें हमने कभी कोई कमी नहीं की. खाने के लिए फूड का पूरा इंतजाम रहता था, मगर अचानक ये घटना कैसे हो गई, कुछ नहीं पता.

अमित ने कहा कि यह बड़ा हादसा था. यह मैं भी नहीं समझ पा रहा हूं. उन्होंने कहा कि 3 साल से मेरे साथ दो कुत्ते हैं. एक पिटबुल, एक लेब्रा. दोनों मां के साथ खेलते थे. अब मैं उस पिटबुल को दोबारा देखना भी नहीं चाहता. बता दें कि मंगलवार को पिटबुल ने अमित की मां को करीब डेढ़ घंटे तक नोच-नोचकर मार डाला था. इस घटना के बाद से इस पिटबुल को बैन करने की मांग हो रही है.

अमित की मानें तो मंगलवार को यह पिटबुल घर में खुला रह गया. लखनऊ के केसरबाग इलाके के बंगाली टोला में एक 82 वर्षीय बुजुर्ग महिला को उसी के पालतू पिटबुल डॉगी ने नोच-नोचकर मार डाला था. इस घटना ने सभी को चौंका दिया था. घटना के बाद डॉग के मालिक अमित का कहना था कि मैं अपने काम पर गया हुआ था. मुझे जब घटना का पता चला तो मैं तुरंत घर आया लेकिन तब तक घटना घटित हो चुकी थी. मां को काफी गंभीर चोटें आई थीं. इस घटना के बाद काफी संख्या में लोग इलाके में एकत्रित हो गए थे. घटना के बाद नगर निगम की गाड़ी आकर पिटबुल को ले गई थी.

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