मटर पनीर की जगह रेस्टॉरेंट ने भेजा नॉनवेज खाना,फोरम ने लगाया जुर्माना
दिल्लीः मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक परिवार ने ऑनलाइन फूड डिलिवरी एप Zomato के जरिए शहर के जानेमाने जीवाजी क्लब से वेज खाना आर्डर किया था, लेकिन जब घर डिलेवर हुए खाने को खोल कर देखा गया तो वह हैरान रह गए. क्योंकि उसमें लबाबदर मटर पनीर नहीं बल्कि चिकन करी थी. परिवार के पूरी तरह से शाकाहारी होने के चलते घर में कई दिनों तक खाना नहीं खाया गया, लेकिन इस गंभीर लापरवाही पर जब उपभोक्ता फोरम में इसकी याचिका दायर की गई तो फोरम ने क्लब की किचन पर 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है.
उपभोक्ता फोरम ने इस मामले में कहा कि यह सेवा की कमी है. क्लब द्वारा गलत खाना भेजने की वजह से पीड़ित कई दिनों तक भूखा रहा. उनके घर में खाना नहीं बना. इस वजह से उनकी भावनाएं भी आहत हुई हैं. यह लापरवाही का मामला है जिससे शिकायतकर्ता को मानसिक और शारीरिक आघात लगा है. इस वजह से किचन पर 20 हजार का जुर्माना लगाया गया है. इसके साथ ही कल्ब को शिकायतकर्ता ने फोरम में जो केस लड़ा उसका खर्च भी देना होगा.
आपको बता दे कि यह पूरा मामला ग्वालियर के जीवाजी क्लब का है, जिसकी किचन पर उपभोक्ता फोरम ने 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है. यह जुर्माना इसलिए लगाया गया क्योंकि शहर के रहने वाले और जीवाजी क्लब के स्थायी सदस्य अधिवक्ता सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने 26 जून को मटर पनीर का आर्डर दिया था लेकिन जोमैटो द्वारा जो सर्विस की गई उसमें वेज खाने की जगह नॉन वेज खाना भेजा गया. इसकी शिकायत अधिवक्ता श्रीवास्तव ने जीवाजी क्लब में भी की थी.
लेकिन जीवाजी क्लब के सदस्य होने के बावजूद जीवाजी क्लब के पदाधिकारियों द्वारा इस मामले में कोई संज्ञान नहीं लिया गया. ऐसे में सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने उपभोक्ता फोरम में केस दाखिल किया. मामले की सुनवाई के बाद उपभोक्ता फोरम ने जीवाजी क्लब की किचन की लापरवाही मानी और उसपर 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाने का आदेश दिया है.