समाजवादी पार्टी को लगा बड़ा झटका,ख़त्म हुआ नेता प्रतिपक्ष का पद
दिल्लीः समाजवादी पार्टी को विधान परिषद में बड़ा झटका लगा हैं. सपा से उच्च सदन में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी छीन ली गई है. विधान परिषद सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह ने गुरुवार को लाल बिहारी यादव (Lal Bihari Yadav) को दी गई नेता प्रतिपक्ष की मान्यता खत्म कर दी. अब लाल बिहारी केवल सपा दल के नेता के तौर पर सदन में रहेंगे. बता दें कि बुधवार को सदन में 10 लोगों का कार्यकाल समाप्त हो गया. कार्यकाल समाप्त होने और नए निर्वाचित सदस्यों के आने के बाद अब सदन में समाजवादी पार्टी के विधायकों की संख्या 9 रह गई है.
विपक्ष में किसी भी दल के सदस्य को नेता प्रतिपक्ष की मान्यता के लिए उसके पास सदन की कुल संख्या का 10 प्रतिशत हिस्सा होना अनिवार्य है. विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष के पद पर सपा के लाल बिहारी यादव को सबसे कम समय मिला है. उन्हें केवल 41 दिन का कार्यकाल मिला. 27 मई को नेता प्रतिपक्ष बने लाल बिहारी यादव को गुरुवार को हटा दिया गया. इससे पहले नेता प्रतिपक्ष रहे डॉ संजय लाठर को 60 दिन का कार्यकाल मिला था.
वहीं दीपक सिंह का कार्यकाल बुधवार को समाप्त होने के बाद गुरुवार से उच्च सदन में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व समाप्त हो गया. यह पहली बार है कि उच्च सदन में कांग्रेस का एक भी प्रतिनिधि नहीं होगा. फिलहाल कांग्रेस के पास केवल दो ही विधायक हैं. जगजीवन प्रसाद, बलराम यादव, कमलेश कुमार पाठक, रणविजय सिंह, राम सुंदर दास निषाद, शतरुद्र प्रकाश, अतर सिंह राव, दिनेश चंद्रा, सुरेश कुमार कश्यप और कांग्रेस के दीपक सिंह समेत इन 10 लोगों का कार्यकाल समाप्त हो गया है.