भारत के लेफ्टिनेंट जनरल मोहन सुब्रमण्यम को बनाया गया UNMISS का नया फोर्स कमांडर

दिल्लीःभारत के लिए आज गौरव का दिन है. भारत के लेफ्टिनेंट जनरल मोहन सुब्रमण्यम (Lieutenant General Mohan Subramanian) को दक्षिण सूडान (UNMISS) में संयुक्त राष्ट्र मिशन के फोर्स कमांडर के रूप में नियुक्त किया गया है. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (United Nations Secretary-General António Guterres) ने बुधवार को इसकी घोषणा की. लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रमण्यम भारत के लेफ्टिनेंट जनरल शैलेश तिनिकर का स्थान लेंगे.

लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रमण्यम 36 वर्षों से अधिक समय तक भारतीय सेना में सेवा दे रहे हैं. उन्होंने मध्य भारत में जनरल ऑफिसर कमांडिंग, मिलिट्री रीजन (ऑपरेशनल एंड लॉजिस्टिक रेडीनेस जोन) के रूप में कार्य किया. इस दौरान उन्होंने सेना की परिचालन और रसद तैयारियों में योगदान दिया. लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रमण्यम के पास रक्षा और प्रबंधन अध्ययन के साथ-साथ सामाजिक विज्ञान में दो मास्टर ऑफ फिलॉसफी डिग्री हैं. तमिल के अलावा उनकी अंग्रेजी और हिंदी में अच्छी पकड़ है.

उन्होंने रक्षा मंत्रालय (सेना) (2019-2021) के एकीकृत मुख्यालय में खरीद और उपकरण प्रबंधन के लिए अतिरिक्त महानिदेशक, स्ट्राइक इन्फैंट्री डिवीजन (2018-2019) के डिप्टी जनरल ऑफिसर कमांडिंग के रूप में कार्य किया. इन्फैंट्री डिवीजन (2015-2016), एक माउंटेन ब्रिगेड के कमांडर (2013-2014) भारतीय सशस्त्र बलों के भीतर अन्य नियुक्तियों के बीच. लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रमण्यम ने वियतनाम, लाओस और कंबोडिया (2008-2012) में भारत के रक्षा अताशे के रूप में और 2000 में सिएरा लियोन में संयुक्त राष्ट्र मिशन के साथ एक कर्मचारी अधिकारी के रूप में कार्य किया.

डीएसएससी के अनुसार, लेफ्टिनेंट जनरल मोहन सुब्रमण्यम को 1986 में कोर ऑफ आर्मी एयर डिफेंस में कमीशन किया गया था. उन्हें अति विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया जा चुका है. उन्होंने तमिलनाडु के अमरावतीनगर में सैनिक स्कूल, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खड़कवासला और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून में पढ़ाई किया.

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