दिव्यांग बच्ची करीना के दोनों हाथों में है सिर्फ 1 अंगूठा,मगर सपने बड़े बनना चाहती है डॉक्टर
दिल्लीः बिहार के जमुई जिले में जन्म से दिव्यांग एक बच्ची की कहानी सामने आई है. छठवीं कक्षा में पढ़ने वाली 10 साल की बच्ची करीना के दोनों हाथ में सिर्फ 1 अंगूठा है. इसके बावजूद उसकी इच्छा पढ़-लिखकर डॉक्टर बनने की है. करीना ने बताया कि वह डॉक्टर बन समाज सेवा करना चाहती है, ताकि जरूरतमंदों की मदद की जा सके. परिजन बताते हैं कि करीन पढ़ने-लिखने में काफी होशियार है. तमाम शारीरिक बाधाओं के बाद भी वह आगे पढ़ना चाहती है. वह उच्च शिक्षा हासिल कर अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती है.
जन्म से ही दोनों हाथ में एक मात्र अंगूठे वाली जमुई की करीना दिव्यांगता को मात देकर ऊंचाइयों को छूने चल पड़ी है. 10 साल की दिव्यांग बच्ची पढ़ने-लिखने में होनहार है और गांव के सरकारी स्कूल में छठी क्लास में पढ़ाई कर रही है. पढ़-लिखकर डॉक्टर बनकर समाज सेवा करने की इच्छा रखने वाली करीना हर दिन स्कूल जाती है. मात्र एक अंगूठे वाली करइना लड़की खुद का भी सब काम कर लेती है. दरअसल, जन्म के साथ ही उसके दोनों हाथ खराब हैं. दोनों हाथों में मात्र बाएं हाथ में एक अंगूठा है. इसके बावजूद करीना जिंदगी की जंग जीत रही है. करीना के पिता अजय राम गाड़ी चलाकर परिवार का पालन-पोषण करते हैं.