टीटीपी सरगना की पाक को चेतावनी “उनका संगठन शांति समझौते से पीछे हट सकता है”
दिल्लीः पाकिस्तान और आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (Tehreek-e-Taliban Pakistan)के बीच हुआ शांति समझौता खतरे में पड़ गया है. पाकिस्तान सरकार ने पूर्ववर्ती संघीय प्रशासित कबायली क्षेत्रों (FATA)के खैबर पख्तूनख्वा में विलय वाली योजना से पीछे हटने से इनकार कर दिया है. जिसके बाद टीटीपी सरगना मुफ्ती नूर वली महसूद ने चेतावनी दी है कि उनका संगठन शांति समझौते से पीछे हट सकता है. टीटीपी के प्रमुख महसूद ने एक यूट्यूबर के साथ इंटरव्यू के दौरान ये बात कही.
पाकिस्तान और टीटीपी के बीच तालिबान की मध्यस्थता से दूसरी बार सीजफायर पर सहमति बनी थी. तब टीटीपी ने शर्त रखी थी कि पाकिस्तान किसी भी हाल में एफएटीए का विलय नहीं करेगा और उसकी पुरानी पहचान को बरकरार रखेगा.
इंटरव्यू में क्या कहा?
यूट्यूब पर अपलोड किए गए एक इंटरव्यू में टीटीपी सरगना मुफ्ती नूर वली महसूद ने आरोप लगाया कि पाकिस्तानी सुरक्षा बल लगातार उनके लड़ाकों की धरपकड़ के लिए अभियान चला रहे हैं. इससे अफगानिस्तान में जारी शांति वार्ता पर असर पड़ रहा है. मुफ्ती नूर वली महसूद ने इस्लामाबाद की हथियार डालने और संविधान को स्वीकार करने की मांग का जिक्र करते हुए कहा कि शांति वार्ता के दौरान सिर्फ उन्हीं मांगो को स्वीकार किया जाएगा, जो उनके हित में होगा. उसने कहा कि अनावश्यक मांगों को स्वीकार नहीं किया जाएगा.