जी-7 समिट के दौरान बाइडन और मोदी की इस तस्वीर ने उड़ाए सबके होश

दिल्लीः जर्मनी में जी-7 समिट के दौरान आई एक अनोखी तस्वीर ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है. जी-7 समिट के दौरान ग्रुप फोटो कार्यक्रम के बीच पीएम मोदी कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो से बात कर रहे थे तो उसी दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन अचानक पीछे से पीएम मोदी के नजदीक पहुंचे और पीएम मोदी के कंधे पर अपना हाथ रखा. इस अवसर पर पीएम मोदी ने पलटकर देखा और बाइडन के कंधे पर हाथ रखकर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. इस अवसर पर दोनों नेताओं के बीच एक नई जुगलबंदी भी दिखी.

इससे पहले पीएम मोदी ने मई में जापान में आयोजित क्वाड समिट के दौरान मथुरा से संबधित ठकुरानी घाट की थीम पर बनी एक कलाकृति भी बाइडन को भेंट की थी. क्वाड की बैठक के दौरान भी बाइडन ने कोरोना को सफलतापूर्वक और लोकतांत्रिक तरीके से संभालने के लिए पीएम मोदी की भरपूर प्रशंसा की थी. चीन से निपटने के लिए भारत और अमेरिका आए एक साथ चीन की विस्तारवादी नीतियां आज दुनिया भर के लिए चिंता का सबब बनी हुई हैं. गलवान वैली में भारत और चीन के सैनिकों के बीच संघर्ष के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बना हुआ है

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अमेरिका सीमा विवाद के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराता रहा है. हाल ही में जापान में आयोजित क्वाड समिट के दौरान भारत ने अन्य देशों के साथ मिलकर चीन के बढ़ते खतरे से निपटने पर चर्चा की थी. यूक्रेन जंग के दौरान दिखी थी भारत और अमेरिका के बीच नई जुगलबंदीपीएम मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच एक नई जुगलबंदी प्रदर्शित होती है.

आज भारत और अमेरिका के संबंध हर क्षेत्र में एक-दूसरे के साथ लगातार मजबूत होते जा रहे हैं. फिर वो चाहे रक्षा, विदेश नीति, व्यापार, कोविड प्रबंधन, क्लाइमेट चेंज हो या कोई अन्य क्षेत्र. यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत के रूस के कच्चा तेल खरीदने के मुद्दे पर अमेरिका ने भारत के फैसले का समर्थन करते हुए कहा था कि वो भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को महत्व देता है और हर देश को रूस के संबंध में अपने फैसले खुद करने होंगे.

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