डेनमार्क: 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को लगेगी कोरोना वैक्सीन की चौथी डोज़

दिल्लीः दुनिया करीब 3 साल से कोरोना वायरस से जूझ रही है. कोरोना वायरस से बचाव के लिए कोविड-19 वैक्सीन लगाई जा रही है, लेकिन ये भी लंबे समय तक कारगर नहीं रहती. ऐसे में भारत समेत कई देशों ने बूस्टर डोज देना शुरू किया है. इसे दूसरे डोज के 90 दिन बाद लगाया जा रहा है. इस बीच डेनमार्क ने अपने यहां चौथे डोज देने की तैयारी पूरी कर ली है. वहां 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोविड वैक्सीन की चौथी डोज जल्द ही लगाई जाएगी.

डेनमार्क के प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन ने बुधवार को कहा कि उन्होंने आने वाले महीनों में कोविड महामारी के प्रसार को रोकने के लिए ये रणनीति बनाई है. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हालांकि, देश में कोविड संक्रमण अभी भी निम्न स्तर पर है. लेकिन हाल के दिनों में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के सबवेरिएंट BA.5 मामलों की संख्या में वृद्धि देखी गई है, जो अन्य वेरिएंट की तुलना में अधिक तेज़ी से फैलता है. इसलिए वैक्सीन के चौथे डोज की शुरुआत की जा रही है.

डेनमार्क के स्वास्थ्य मंत्रालय की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, ओमिक्रॉन से संक्रमित 90% मरीजों को पहले ही कोरोना वैक्सीन के दो डोज या बूस्टर शॉट लग चुके हैं. देश में फिलहाल नए वेरिएंट के 41,342 मामले हैं, जिनमें से 29,781 लोग वैक्सीन के दोनों डोज ले चुके हैं. डेटा के अनुसार, जर्मनी और अमेरिका में भी कुछ ऐसा ही ट्रेंड देखने को मिला है.

ये कहते हैं रिपोर्ट के आंकड़े
डेनिश स्वास्थ्य मंत्रालय के स्टेटन्स सीरम संस्थान की रिपोर्ट के मुताबिक, डेनमार्क में वैक्सीन न लगवाने वाले 3,500 संक्रमितों की तुलना में 37,842 संक्रमित ऐसे हैं, जिन्होंने वैक्सीन लगवाई है. अब तक डेनमार्क की 78% आबादी का वैक्सीनेशन हो चुका है.

जर्मनी और अमेरिका में भी दोनों डोज वाले संक्रमित ज्यादा
जर्मनी में भी कुछ ऐसा ही ट्रेंड देखने को मिल रहा है. डेटा के अनुसार, यहां 96% ओमिक्रॉन मरीजों की वेक्सीन की दोनों खुराक पूरी हो चुकी हैं. साथ ही, इस वेरिएंट से पीड़ित मात्र 4% लोग ऐसे हैं, जिन्होंने वैक्सीन का एक डोज भी नहीं लिया है.

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