तीर्थयात्रियों के खुशखबरी: केदारनाथ व हेमकुंड में रोपवे को मिली हरी झंडी
दिल्लीः देवभूमि आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए बड़ी खबर है कि केदारनाथ और सिखों के तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे के लिए दो महत्वपूर्ण रोपवे प्रोजेक्टों को हरी झंडी मिल गई है. उत्तराखंड वाइल्डलाइफ बोर्ड की एक बैठक बोर्ड के चेयरमैन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई, जिसमें 21 प्रस्तावों पर चर्चा के बाद यह फैसला लिया गया. कहा जा रहा है कि हाई अल्टिट्यूड वाले इन तीर्थस्थलों पर हेलीकॉप्टर सेवा के बाद रोपवे सेवा मिलने से श्रद्धालुओं को काफी राहत मिलेगी.
तीर्थयात्राओं को पर्यटन कारोबार से जोड़ने के मकसद से यह फैसला लिया गया है. बैठक में जो 21 प्रस्ताव रखे गए, उनमें से तीन तीर्थयात्रियों के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराने के सिलसिले में थे. इनमें से हरिद्वार में 49 किलोमीटर की रिंग रोड के प्रस्ताव पर भी बोर्ड ने चर्चा की. यह रिंग रोड राजाजी टाइगर रिज़र्व को छूते हुए बनाए जाने पर अधिकारियों का मानना है कि तीर्थ नगरी में वाहनों के लोड को कम किया जा सकेगा और लोगों को भारी ट्रैफिक जामों से निजात मिल सकेगी
केदारनाथ के लिए 13 किमी का रोपवे
बोर्ड ने रुद्रप्रयाग ज़िले में सोनप्रयाग से केदारनाथ को जोड़ने वाले 13 किलोमीटर लंबे रोपवे पर चर्चा के बाद इसे मंज़ूरी दे दी. यहां फिलहाल श्रद्धालुओं के पास दो विकल्प होते हैं. या तो वो गौरीकुंड से केदारनाथ तक 18 किमी के पैदल ट्रेक से तीर्थ तक पहुंच सकते हैं या फिर हेलीकॉप्टर सेवा के ज़रिये. अब यहां एक और विकल्प उपलब्ध हो सकेगा