अग्निपथ योजना पर योगी आदित्यनाथ की युवाओं से अपील, अखिलेश ने कहा- फ़ौज आउटसोर्स का विषय नहीं
लखनऊ : भारत के कई हिस्सों में मोदी सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध हो रहा है. लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवकों से अपील की है कि वे किसी बहकावे में न आएँ. राजस्थान और हरियाणा के अलावा गुरुवार को बिहार में इस योजना को लेकर बड़ा विरोध हो रहा है. युवाओं को चार साल की नौकरी पर सबसे ज़्यादा ऐतराज़ है. लेकिन योगी आदित्यानथ ने ट्वीट कर लिखा है कि ये योजना युवाओं के भविष्य को नया आयाम प्रदान करेगी. उन्होंने लिखा है- युवा साथियो, अग्निपथ योजना आपके जीवन को नए आयाम प्रदान करने के साथ ही भविष्य को स्वर्णिम आधार देगी. आप किसी बहकावे में न आएँ. योगी आदित्यनाथ ने ये भी कहा है कि उत्तर प्रदेश की सरकार अग्नवीरों को पुलिस और अन्य सेवाओं में वरीयता देगी.
हालाँकि उत्तर प्रदेश के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों अखिलेश यादव और मायावती ने इस स्कीम की आलोचना की है. मायावती ने तो सरकार से कहा है कि वो इस योजना पर फिर से विचार करे. वहीं अखिलेश यादव का कहना है कि बीजेपी सरकार युवाओं का मनोबल गिरा रही है.
उन्होंने ट्विटर पर लिखा है- देश के भावी सैन्य बलों पर बल का दुरुपयोग करके भाजपा सरकार युवाओं का मनोबल गिरा रही है. भारत माता का उद्घोष झूठे दिखावे का नहीं; सच्ची देशभक्ति का प्रतीक होना चाहिए. सेना का ठेकेदारीकरण देश और सच्चे देश भक्त युवाओं के लिए विश्वासघात के समान है. अखिलेश यादव ने कहा कि फ़ौज आउटसोर्स का विषय नहीं है. केंद्र सरकार ने मंगलवार सेना में भर्ती के लिए ‘अग्निपथ योजना’ लॉन्च की थी. इसके तहत 17.5 साल से लेकर 21 साल की उम्र सीमा वाले युवाओं को चार सालों के लिए सेना में काम करने का मौक़ा मिलेगा. इसके बाद 25 फ़ीसद युवाओं को रिटेन किया जाएगा.