17 जून की जुमे को लेकर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई
दिल्लीः यूपी के प्रयागराज में 10 जून को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा को लेकर अब हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं. इस बीच पुलिस प्रशासन के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती कल (17 जून) को जुमे की नमाज को लेकर है. इस दिन एक बार फिर से शहर का माहौल ना खराब हो और किसी तरह की कोई हिंसा और उपद्रव ना हो इसके लिए पुलिस और प्रशासन रणनीति बनाने में जुटा हुआ है. बता दें कि 10 जून को जुमे की नमाज के बाद प्रयागराज के अलावा सहारनपुर, फिरोजाबाद, हाथरस, मुरादाबाद, अंबेडकर नगर, अलीगढ़, लखीमपुर खीरी और जालौन में हिंसक प्रदर्शन हुआ था. इसमें 13 पुलिसकर्मी घायल हुए थे. अब तक यूपी पुलिस 357 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर चुकी है.
दरअसल 10 जून को प्रयागराज के जिस अटाला इलाके में हिंसा और पत्थरबाजी हुई थी, उसी इलाके में एक बार फिर से पुलिस, पीएसी और रैपिड एक्शन फोर्स का जमावड़ा है. यहां पर पुलिस फोर्सेज की ब्रीफिंग की गई और उन्हें दंगाइयों से निपटने के लिए टिप्स भी दिए गए हैं.
दंगे से निपटने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स के डिप्टी कमांडेंट एम के पांडेय ने ब्रीफ करते हुए जवानों को हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है. उन्होंने दावा किया है कि रैपिड एक्शन फोर्स मल्टीसेल लांचर जैसे उपकरणों से लैस है. इन जवानों के पास पूरी तरह से सुरक्षा उपकरण भी मौजूद हैं, जिससे किसी भी हालत से निपटने में पूरी तरह सक्षम है.
इमामों ने की अपील
कल (17 जून) जुमे की नमाज में के बाद कोई हिंसा और उपद्रव ना हो इसके लिए मस्जिदों के इमामों से भी अपील कराई गई है कि लोग आसपास की मस्जिदों में नमाज अदा करें या फिर अपने घरों में ही नमाज अदा करें. किसी के बहकावे में ना आएं और माहौल को शांतिपूर्ण बनाए रखने में सहयोग दें. वहीं, पुलिस प्रशासन जुमे की नमाज को लेकर पूरी तरह से मुस्तैद रहने का दावा कर रहा है.