बिजली संकट:गर्मी के साथ-साथ बढ़ी बिजली मांग की समस्या,
दिल्लीः उत्तराखंड में गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली की मांग लगातार बढ़ी हुई है। इस बढ़ी हुई बिजली की मांग को पूरा करने में ऊर्जा निगम के पसीने छूट रहे हैं। स्थिति ये है कि देहरादून, हरिद्वार, रुद्रपुर और पहाड़ों को छोड़ कर अधिकतर स्थानों पर बिजली कटौती हो रही है। सोमवार के लिए भी बिजली की मांग का आंकलन 53.24 मिलियन यूनिट किया गया है।
जबकि केंद्र, यूजेवीएनएल समेत अन्य विकल्पों से मिला कर कुल 44.35 एमयू ही बिजली उपलब्ध हो पाई है। केंद्रीय कोटे से 23.80 एमयू बिजली मिल पाई। यूजेवीएनएल से 18.73 एमयू ही बिजली मिली। इन तमाम विकल्पों के बावजूद 8.92 एमयू बिजली की कमी रह गई है। इन तमाम प्रयासों के बावजूद राज्य में बिजली की रोस्टिंग जारी है।
रविवार को भी फर्नेश, छोटे शहरों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली की कटौती हुई। देहरादून, हरिद्वार, रुद्रपुर नगर निगम क्षेत्रों को छोड़ कर अन्य स्थानों पर बिजली कटौती हुई। गर्मी के बीच बिजली कटौती लोगाें के पसीने छूड़ा रही है। ग्रामीण क्षत्रों में रह रहे लोगों को सबसे ज्यादा कटौती की मार झेलनी पड़ रही है।
भीषण गर्मी के बीच बिजली गुल होने से लोगों की परेशानी दोगुनी हो गई है। बिजली गुल होने से ट्यूबवेल से पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। लोग सुबह से ही पानी का इंतजाम करने में जुट रहे हैं। जिन इलाकों में टैंकर पहुंच रहा है वहां पानी के लिए मारामारी की स्थिति दिख रही है।
रविवार को सुबह से चिलचिलाती धूप के चलते असहनीय गर्मी होने लगी थी। सूरज के चढ़ने के साथ गर्मी बढ़ती गई। गर्मी बढ़ने के साथ ही कई इलाकों में बिजली कटौती भी शुरू हो गई। विभिन्न इलाकों में सुबह से दोपहर तक बिजली का संकट रहा। इस वजह से पानी की सप्लाई भी प्रभावित रही। गौजाजाली क्षेत्र में पानी के टैंकर पहुंचने पर लोग पानी लेने के लिए उमड़ पड़े, ऐसा ही हाल अन्य जगह पर भी रहा।