संविवि में सहायक आचार्य भर्ती परीक्षा के खिलाफ शिक्षकों और अभ्यर्थियों ने अलग-अलग मोर्चे खोले,
दिल्लीः वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में सहायक आचार्य भर्ती परीक्षा के खिलाफ शिक्षकों और अभ्यर्थियों ने अलग-अलग मोर्चे खोल दिए हैं। अध्यापक परिषद ने आरोप लगाया है कि कुलपति ने उन विषयों के प्रश्नपत्र भी बाहरी लोगों से बनवाए हैं जिनके विशेषज्ञ यहां के अलावा देश के किसी संस्थान में नहीं। अध्यापक परिषद ने राजभवन को भेजे पत्र में पूरी प्रक्रिया की जांच की मांग की है।
विवि में सहायक आचार्य के 56 और सहायक पुस्तकाध्यक्ष के 14 पदों के लिए रविवार को लिखित परीक्षा थी और सोमवार रात ही परिणाम जारी कर दिया गया। एक हजार से ज्यादा अभ्यर्थियों के परिणाम 24 घंटे में जारी होने पर सवाल उठने लगे। अध्यापक परिषद ने राज्यपाल को भेजे पत्र में आरोप लगाया कि योगतंत्र, प्राचीन राजशास्त्र अर्थशास्त्र और संस्कृत विद्या जैसे विषयों के प्रश्नपत्र भी बाहर से बनवाए गए जबकि इस विश्वविद्यालय के अलावा इसके विशेषज्ञ देश में कहीं नहीं हैं। यही नहीं बाहरी एजेंसी से प्रश्नपत्र बनवाने जैसे राजभवन के आदेशों का भी उल्लंघन का आरोप लगाया।
अभ्यर्थियों की मांग, प्रक्रिया सार्वजनिक करें कुलपति
भर्ती प्रक्रिया में लिखित परीक्षा देने के बाद परेशान अभ्यर्थी भी आंदोलन की तैयारी में हैं। इनकी अगुवाई कर रहे दीपक पांडेय ने बताया कि 100 से ज्यादा अभ्यर्थियों ने राजभवन के साथ विश्वविद्यालय को ईमेल से आपत्ति भेजी है। अभ्यर्थियों ने प्रकरण की जांच के साथ ही कुलपति से अब तक की पूरी प्रक्रिया, आदेश और कार्यवाही सार्वजनिक करने की मांग की है। कहा कि इस मामले पर सभी अभ्यर्थी आंदोलन करेंगे।