UP Budget 2022: सुरक्षा व्यवस्था, महिलाओं की सुरक्षा, युवाओं को नौकरी, क्रषि, सहित सभी सेक्टरों में फोकस
दिल्लीः उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गुरुवार को वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए पहला बजट पेश किया। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने आज विधानमंडल में करीब 6 लाख 15 हजार करोड़ रुपए का बजट पेश किया है। बजट में प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था, महिलाओं की सुरक्षा, युवाओं को नौकरी, क्रषि, सहित सभी सेक्टरों में फोकस किया गया है। खन्ना ने बताया कि बजट प्रदेशवासियों के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा शिक्षा पर भी फोकस होगा. वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि चुनाव पूर्व जो वादा संकल्प पत्र में किया गया था उसे भी पूरा करने की कोशिश की गई है।
वहीं, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बजट पेश होने के बाद हुई प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘बजट में गांव, गरीब, किसान, नौजवान और महिलाओं समेत समाज के हर तबके को ध्यान में रखकर बनाया गया है। उन्होंने कहा कि 2022 विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी की ओर से एक लोककल्याणपत्र जारी किया था. इसमें 130 घोषणाएं की थीं, उसमें से 97 संकल्पों को इस बजट में स्थान दिया गया है. उन्होंने बताया कि इन योजनाओं के लिए बजट में 54 हजार 583 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
सीएम योगी ने कहा, ‘हमारी सरकार ने वर्ष 2022-23 का बजट आज प्रस्तुत किया है। यह बजट प्रदेश की 25 करोड़ जनता की आकांक्षाओं की भावनाओं के अनुरूप प्रदेश के समग्र विकास, गांव, गरीब, किसान, नौजवान, महिलाएं, श्रमिक और समाज के प्रत्येक तबके को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इस दृष्टि से का यह बजट 05 वर्षों का एक विजन भी है जो प्रदेश के सर्वसमावेशी, समग्र विकास के साथ-साथ एक उज्ज्वल भविष्य की रूप-रेखा भी तैयार करेगा उन्होंने आगे कहा, आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में लोक कल्याण संकल्प पत्र की भावनाओं के अनुरूप देश की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य, उत्तर प्रदेश जन-आकांक्षाओं की पूर्ति कर सके और समग्र विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक हो सके।
उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा विगत 5 वर्षों में 9.25 लाख से अधिक युवाओं को विभिन्न प्रकार के अल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों में प्रशिक्षित करते हुये प्रमाणीकृत किया गया। जिनमें 4.22 लाख युवाओं को विभिन्न प्रतिष्ठित कम्पनियों में सेवायोजित कराया गया है।
मनरेगा योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2021-22 में 26 करोड़ मानव दिवस का सृजन किया गया, जिसके सापेक्ष वित्तीय वर्ष 2022-23 में मनरेगा योजनान्तर्गत 32 करोड़ मानव दिवस सृजन किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।