IAS पूजा सिंघल की जेल पहुंचते ही बिगड़ी तबीयत, मनरेगा घोटाले में ED ने किया है गिरफ्तार
दिल्लीः मनरेगा घोटाले के आरोप में पकड़ी गईं झारखंड की खनन सचिव पूजा सिंघल ने जेल लाए जाने पर चक्कर आने की शिकायत की। इस पर जेल के डॉक्टरों को जांच के लिए बुलाया गया। जेल प्रशासन ने कहा कि फिलहाल आईएएस पूजा सिंघल की तबीयत सामान्य है। उन्हें मनरेगा के फंड का गबन करने के आरोप में बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्हें 5 दिनों के लिए ईडी की रिमांड में भेजने का फैसला लिया गया था। उनकी रिमांड आज से शुरू हो रही है। ईडी उनसे लगातार 5 दिनों तक पूछताछ करेगी। उसकी ओर से अदालत से गुजारिश की गई थी कि सिंघल को 12 दिनों की रिमांड पर भेजा जाए, लेकिन अदालत ने 5 दिनों की ही मंजूरी दी।
पांच दिनों तक पूछताछ के बाद पूजा सिंघल को 16 मई को फिर से अदालत में पेश किया जाएगा। पूजा सिंघल ने गिरफ्तारी के बाद बुधवार की रात बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में काटी। रात के 10 बजे उन्होंने जेल में जैसे ही प्रवेश किया और मेन गेट खुला तो उनका ब्लड प्रेशर काफी अधिक बढ़ गया। उन्होंने चक्कर आने की शिकायत की और इसके बाद डॉक्टरों को जांच के लिए बुलाया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक जेल प्रशासन के दो सिपाही आनन-फानन में दवा दुकान पहुंचे और ब्लड प्रेशर की दवा लाकर पूजा सिंघल को दी गई। दवा खाने के बाद पूजा सिंघल का ब्लड प्रेशर नार्मल हुआ और उनकी स्थिति ठीक हुई। इसके बाद पूजा सिंघल को महिला वार्ड में भेज दिया गया।
जेल पहुंचने पर पूजा सिंघल ने किसी से बात नहीं की और बमुश्किल रात कटी। वह गुमसुम बैठी नजर आईं और मच्छर काटने की शिकायत की। इस पर उनके लिए ऑलआउट की व्यवस्था की गई। झारखंड की खनन सचिव को भोजन के लिए रोटी, सब्जी, दाल और सलाद दी गई, लेकिन उन्होंने दो टुकड़े खाकर छोड़ दिया। पीने के लिए मिनरल वाटर की व्यवस्था की गई थी। पूरी रात पानी पीकर ही बिताई। महिला वार्ड के सुरक्षाकर्मी आइएएस के लिए तरह-तरह की व्यवस्था में लगे रहे। आईएस पूजा सिंघल के लिए जेल प्रशासन की ओर से मच्छरदानी और आलआउट की व्यवस्था की गई। हालांकि उन्होंने अपने सोने वाली जगह पर मछरदानी नहीं लगाया, आलआउट से ही काम चलाया।
पीएमएल-एन के ट्विटर अकाउंट से जारी एक बयान के मुताबिक़, ये सारे फ़ैसले सहयोगी दलों को भरोसे में लेकर तय किए गए हैं.
मरियम औरंगज़ेब के मुताबिक़, बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री की मौजूदगी में एक बेहद अहम बैठक हुई. इसमें नवाज़ शरीफ़ ने आर्थिक, संवैधानिक और राजनीतिक मोर्चों पर जूझ रही सरकार से विस्तार से चर्चा की और अपने सुझाव दिए.
एक बयान में कहा गया है कि गुरुवार को भी नवाज शरीफ़ के नेतृत्व में एक बैठक होनी है ताकि इन मसलों के मद्देनज़र जो आख़िरी फ़ैसला लिया जाना है, उसे सुनिश्चित किया जा सके.