भारत में सेमीकंडक्टर के प्रोडक्शन से खत्म होगी दूसरे देशों पर निर्भरता
दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बेंगलुरु में तीन दिवसीय सेमीकॉन इंडिया कॉन्फ्रेंस-2022 का इनॉगरेशन किया। कॉन्फ्रेंस की थीम- डिजाइन एंड मैन्युफैक्चर इन इंडिया, फॉर द वर्ल्ड : मेकिंग इंडिया ए ‘सेमीकंडक्टर नेशन’ है। ये कॉन्फ्रेंस भारत को वर्ल्ड वाइड सेमीकंडक्टर हब बनाने के लिए रोडमैप बनाने में मदद करेगी। अभी सेमीकंडक्टर के लिए हम चीन, ताइवान, कोरिया जैसे देशों पर निर्भर हैं। चार महीने पहले केंद्र सरकार ने देश में सेमीकंडक्टर चिप की कमी दूर करने के लिए 76 हजार करोड़ रुपए की महत्वाकांक्षी योजना को भी मंजूरी दी थी।
ये बात किसी से छिपी नहीं है कि सेमीकंडक्टर की कमी से ऑटो और इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। कई कंपनियों को लंबे समय तक प्रोडक्शन बंद करना पड़ा, तो कई कंपनियों के प्लांट तक बंद हो गए। कोविड-19 महामारी से शुरू हुई चिप की कमी देखते ही देखते दुनियाभर की कंपनियों के लिए सिरदर्द बन गई। कार के साथ वो प्रोडक्ट्स जिनमें चिप का इस्तेमाल किया जाता है, उनकी डिलीवरी समय पर नहीं मिल पा रही है। वैक्सीनेशन के बाद महामारी पर कंट्रोल तो आ गया, लेकिन चिप की कमी जस की तस है।