कोरोना के बाद पहली बार देखी ऐसी भीड़,होटलों की बुकिंग फुल
दिल्लीः कोरोना का खौफ खत्म होने के बाद नैनीताल ने शुक्रवार को पहली बार इतनी भीड़ देखी। कुल सात हजार चौपहिया-दोपहिया वाहनों से 30 हजार से अधिक लोगों के नैनीताल पहुंचने का अनुमान है। इसमें 25 हजार लोग नैनीताल शहर में ठहरे हैं। ये आंकड़ा नैनीताल शहर की कुल 50 हजार की आबादी से आधा है।
इसके अलावा होटल, रिजॉर्ट, होमस्टे, गेस्ट हाऊस और पार्किंग पैक होने के कारण बड़ी संख्या में लोगों को रास्तों से लौटना भी पड़ा है। नैनीताल के साथ ही आसपास के कस्बे मुक्तेश्वर, भीमताल, भवाली और रामगढ़ तक खासा रस रहा। यहां करीब पांच हजार तक लोगों के पहुंचने की अनुमान है।
शुक्रवार सुबह से ही सैलानियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। दोपहर तक नैनीताल की सभी पार्किंग पैक हो गई थीं। इसके बाद पुलिस एवं जिला प्रशासन की ओर से रूसी एवं नारायणनगर में वाहनों को रोक दिया। यहां से शटल सेवा के जरिए पर्यटकों को नैनीताल तक पहुंचाया गया।
कार की इंट्री पर रोक लगने के कारण कई लोग वापस भी लौटे या आसपास के हिलस्टेशनों में चले गए। नैनीताल जू, वाटरफॉल, केव गार्डन, स्नोव्यू, हिमालय दर्शन आदि क्षेत्र पर्यटकों से गुलजार रहे।
नैनीताल आने वाले पर्यटकों को शहर के प्रवेश द्वार पर रोका गया। इस दौरान हल्द्वानी की ओर से आने वाले पर्यटकों को रूसी बाईपास, कालाढूंगी से आने वाले सैलानियों को नारायण नगर जबकि भवाली की ओर से आने वाले पर्यटकों को पाइंस क्षेत्र में रोका गया। इस बीच सैलानियों ने वाहन शहर तक ले जाने को लेकर काफी जद्दोजहद भी की। लेकिन व्यवस्थाएं सामान्य रहें,
इसके लिए पुलिस ने वाहनों को प्रवेश नहीं दिया।