कर्नाटक में हिजाब पर विवाद जारी
दिल्लीः कर्नाटक में हिजाब पर हाई कोर्ट में सुनवाई के बीच बवाल जारी है। कर्नाटक के करीब 50 सरकारी स्कूलों में मुस्लिम छात्राएं और उनके पैरंट्स लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को भी मुस्लिम छात्राएं हिजाब के साथ स्कूल पहुंचीं, तो उन्हें रोक लिया गया। गौरतलब है कि कर्नाटक में आज से 11वीं और 12वीं के स्कूल खुल गए हैं। हाईकोर्ट के अंतरिम आदेश के मुताबिक, स्टूडेंट्स फिलहाल धार्मिक कपड़े पहनकर संस्थानों में नहीं आ सकेंगे।
कर्नाटक के विजयपुरा में मुस्लिम छात्राओं की काफी नोकझोंक हुई। ये छात्राएं हिजाब पहनकर कॉलेज के अंदर जाना चाहती थीं, लेकिन उन्हें रोक लिया गया। छात्राओं का कहना था कि उन्हें वॉट्सऐप पर बिना हिजाब के स्कूल न आने का कोई मेसेज नहीं मिला है। स्कूल के प्रिंसिपल ने छात्राओं को समझाते हुए कहा कि वह हाई कोर्ट के आदेश का पालन कर रहे हैं।
कर्नाटक में इन दिनों हिजाब पर विवाद जारी है। मंगलवार को कुछ स्थानों पर हिजाब पहने आई लड़कियों को स्कूलों में प्रवेश नहीं दिया गया। ऐसी ही एक घटना में हिजाब पहनकर कक्षा में प्रवेश नहीं दिए जाने पर एक लड़की ने परीक्षा छोड़ दी। छात्राओं के आक्रोशित अभिभावकों को स्कूल प्रशासन और पुलिस से तीखी बहस करते देखा गया।
एक जगह पर एक छात्र के भगवा स्कार्फ लहराने की घटना भी सामने आई। पिछले हफ्ते कर्नाटक हाई कोर्ट ने अपने अंतरिम आदेश में सभी छात्रों को भगवा शॉल, स्कार्फ, हिजाब या कोई भी अन्य धार्मिक निशान पहनकर कक्षा में आने पर रोक लगा दी थी। स्कूलों में अधिकारियों ने, हिजाब और बुर्का पहनकर आने वाली छात्राओं को अदालत के आदेश का हवाला देकर कक्षा में प्रवेश से मना किया या उन्हें हिजाब उतारने को कहा गया।
उधर, कर्नाटक हाई कोर्ट में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन हिजाब मामले पर सुनवाई हुई। इस दौरान छात्राओं के वकील देवदत्त कामत ने गुहार लगाई कि मामले की सुनवाई मार्च के बाद करें, क्योंकि इस विवाद का चुनाव में फायदा लेने की कोशिश हो रही है।
कोर्ट ने कहा कि यह चुनाव आयोग से जुड़ा मामला है, हमसे जुड़ा नहीं। उधर, इस विवाद में मुस्लिम देशों के संगठन OIC ने भारत को नसीहत देने की कोशिश की। इस पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कोई भी भारत को उपदेश नहीं दे सकता है।