तीसरे चरण में 22 प्रतिशत दागी तो 39 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति
दिल्लीः उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में पहले दो चरणों के मुकाबले दागी प्रत्याशियों की संख्या में कुछ कमी दिख रही है। इस चरण में 22 फीसदी प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं सबसे ज्यादा आपराधिक मामले कांग्रेस की फर्रुखाबाद सीट की प्रत्याशी लुइस खुर्शीद पर दर्ज हैं। वहीं करोड़पतियों की सूची में बबीना से प्रत्याशी यशपाल सिंह यादव टॉप पर हैं। इस चरण में सबसे ज्यादा 15 फीसदी महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) ने मंगलवार को तीसरे चरण की रिपोर्ट जारी की। इस चरण में 627 प्रत्याशी खड़े हैं लेकिन चार प्रत्याशियों के शपथपत्र स्पष्ट न होने के कारण विश्लेषण नहीं किया गया है। तीसरे चरण में 59 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव होना है।
इससे पहले के दो चरणों में 25-25 फीसदी प्रत्याशी दागी थे लेकिन इस चरण में यह संख्या घटी है। वहीं गंभीर प्रत्याशियों की संख्या में भी एक फीसदी की कमी दिख रही है। इस चरण में 22 फीसदी यानी 623 में 135 प्रत्याशी दागी हैं। इनमें से 17 फीसदी यानी 103 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। आपराधिक इतिहास वाले उम्मीदवारों की संख्या का दलवार विश्लेषण में समाजवादी पार्टी के 58 में से 30 यानी 52 फीसदी प्रत्याशी दागी हैं। भाजपा के 55 में से 25 यानी 46 फीसदी, बसपा के 59 में से 23 यानी 39 फीसदी, कांग्रेस के 20 यानी 36 फीसदी प्रत्याशी दागी हैं। वहीं आम आदमी पार्टी के 11 प्रत्याशियों पर मामले दर्ज हैं। इनमें 11 उम्मीदवारों ने महिलाओं के ऊपर अत्याचार से संबंधित मामले घोषित किए हैं। इनमें से दो ऐसे प्रत्याशी हैं जिन पर बलात्कार के मुकदमें हैं तो दो पर हत्या से संबंधित और 18 पर हत्या का प्रयास से संबंधित मामले दर्ज हैं।
इस चरण में पहले के मुकाबले कम करोड़पति प्रत्याशी हैं। पहले चरण में 48, दूसरे चरण में 45 फीसदी प्रत्याशी करोड़पति थे जबकि इस चरण में केवल 39 फीसदी ही करोड़पति उम्मीदवार हैं। करोड़पतियों की संख्या को लेकर भी समाजवादी पार्टी ही अव्वल है। सपा के 58 में से 52 यानी 90 फीसदी प्रत्याशी करोड़पति हैं तो भाजपा के 55 में से 48, बसपा के 59 में से 46, कांग्रेस के 56 में से 29 और आप के 49 में से 18 प्रत्याशी करोड़पति हैं। इस चरण में उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 2.82 करोड़ रुपये हैं। इनमें वही 248 (40 %) उम्मीदवारों ने अपनी देनदारी घोषित की है।
तीसरे चरण में 57 फीसदी उम्मीदवारों की शैक्षिक योग्यता स्नातक या इससे ज्यादा है। तीसरे चरण में 239 (38%) उम्मीदवार 12वीं तक ही पढ़े हैं। इनमें 357 (57%) प्रत्याशी स्नातक या इससे ज्यादा पढ़े हैं। 13 उम्मीदवार ऐसे हैं जो सिर्फ साक्षर हैं।