अरुण यादव ने मीडिया के सामने आकर की यह मांग
दो दिन सुर्खियों में बने रहने के बाद आखिरकार प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव मीडिया के सामने आए। खंडवा लोकसभा उपचुनाव में पारिवारिक कारणों से प्रत्याशी बनने से पीछे हटे हैं लेकिन पार्टी जिसे भी प्रत्याशी बनाएगी उसे जिताने के लिए काम करेंगे। वहीं, भाजपा ने इसे कांग्रेस का अंदरुनी मामला बताया।
खंडवा लोकसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस के संभावित प्रत्याशियों में से एक दावेदार प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने चुनाव नहीं लड़ने के फैसले के बाद पहली बार मीडिया के सामने आकर सफाई दी।
यादव ने रविवार की रात ट्वीट करते हुए अपने फैसले की जानकारी दी थी और इसके बाद से प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर आरोप लग रहे थे। भाजपा भी कांग्रेस के भीतर चल रही उठापटक पर बयानबाजी कर मुद्दे की गरमाहट को बनाए रखे थी।
पार्टी निष्ठावान व युवा को टिकट दे
अरुण यादव ने भले ही दावेदारी को वापस ले लिया है लेकिन उन्होंने मीडिया से चर्चा में हाईकमान को अपनी मर्जी से अवगत कराया है।
उन्होंने निष्ठावान व युवा को ही टिकट दिए जाने की बात कही है। उनके इस बयान से निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा की पत्नी और पूर्व विधायक राजनारायण पुरनी के परिवार से टिकट की दावेदारी को झटका लग सकता है।