भारी भरकम बिजली बिल थमाकर किसानों का शोषण करने का आरोप
अलीराजपुर। कोरोना संकट के दौर में जिले के किसानों को लगातार दूसरे वर्ष प्राकृतिक आपदा का सामना करना पड़ रहा है। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पीला मोजेक नामक बीमारी से किसानों की उड़द और सोयाबीन की फसल बर्बाद हो रही है।
लेकिन, मप्र की दिशाहीन सरकार किसानों की सुध नहीं ले रही है। उल्टे ज्यादा राशि के बिजली के बिल भेजकर किसानों का शोषण करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। ज्यादा राशि होने से जो किसान बिल नहीं भर पा रहे, उनके कनेक्शन काटे जा रहे हैं।
वहीं, क्षेत्र में किसानों को जरूरत के समय पर्याप्त खा नहीं मिल पाता है। वे खाद की निजी दुकानों पर घंटों इंतजार कर महंगे दामों पर खाद खरीदने को मजबूर होते हैं। अभी तक जिले का कोई अधिकारी पीला मौजेक से प्रभावित फसल का मुआवजा करने भी किसानों के खेतों में नहीं पहुंचा है।
यह बात विधायक मुकेश पटेल ने एक विज्ञप्ति में कही, उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र के सोण्डवा ब्लॉक के ग्राम डाबही के किसान वेस्ता, इडा मालसिंह व कदम ने सूचित किया है कि हमारी फसल पीला मोजेक बीमारी से बर्बाद हो रही है।
इसी प्रकार अलीराजपुर विकासखण्ड के ग्राम बड़दला के किसान भूरू पिता इन्दरसिंह ने बताया कि मेरी उड़द की फसल भी बुरी तरह से प्रभावित हो रही है।
वहीं, क_ीवाड़ा विकासखण्ड के ग्राम बोकडिय़ा के दौलत पिता भावसिंह और माधु पिता वलेसिंह की फसल भी खराब हो रही है। इस प्रकार जिले और अलीराजपुर विधानसभा के विभिन्न गांवों में किसानों को पीला मौजेके से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
विधायक पटेल ने कहा कि इस दिशाहीन सरकार द्वारा किसानों से बेहताशा बिजली के बिलों की वसूली की जा रही है और उन्हें समय पर खाद भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। पेट्रेाल और डीजल सहित बढ़ती महंगाई के कारण भी किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
कोरोना काल मे किसानों के पास रुपया नहीं बचा है तो बिजली के बिल कैसे भरेंगे और महंगे दामों पर बाजार सेखाद कैसे खरीदेेंगे। उन्होंने सरकार से हर उपभोक्ता का पूरा बिजली बिल माफ करने और पीला मौजेक बीमारी से हुए नुकसान का तत्काल मुआवजा देने की मांग की है।
उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि 15 दिन में किसानों की फसल का सर्वे कर मुआवजा प्रकरण नहीं बनाए गए तो कांग्रेस चरणबद्ध आंदोलन करेगी।