रूस के राष्ट्रपति चुनाव में पुतिन की पार्टी ने फिर लहराया परचम
दिल्ली: व्लादीमीर पुतिन का एक बार फिर रूस का राष्ट्रपति बनना लगभग तय हो गया है. रविवार को खत्म हुए संसदीय चुनाव में उनकी पार्टी ने जीत दर्ज की है. हालांकि विरोधियों ने धांधली के आरोप लगाए हैं.रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन की पार्टी युनाइडेट रशिया ने संसदीय चुनाव जीत लिया है. शुरुआती नतीजों के बाद ही पार्टी ने जीत का जश्न मनाना शुरू कर दिया जबकि विपक्षी दलों ने धांधली के आरोप लगाए. रविवार शाम को पार्टी के समर्थकों ने ‘रोसियो… रोसिया’ के नारे लगाते हुए बारिश के बावजूद देश की राजधानी मॉस्को की सड़कों पर जुलूस निकाला. वे लोग नारे लगा रहे थे, “हम पुतिन की टीम हैं.
” तस्वीरेंः मीडिया पर हमला करने वाले नेता पार्टी के अधिकारियों ने कहा है कि देश पुतिन के रास्ते पर बढ़ता रहेगा. मॉस्को के मेयर सर्गई सोब्यानिन ने कहा इन चुनावों का नतीजा “जश्न का दिन” है. चुनाव आयोग के अनुसार 55 प्रतिशत से ज्यादा वोट गिने जा चुके हैं और क्रेमलिन की पार्टी 46.6 प्रतिशत वोट हासिल कर चुकी है. नतीजों के ऐलान के बाद राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन मॉस्को स्थित प्रचार मुख्यालय नहीं गए क्योंकि वह कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के संपर्क में आने के बाद से एकांतवास में हैं. पार्टी का कहना है कि वह स्वस्थ हैं. धांधली के आरोप अंतरिम नतीजों के मुताबिक कम्यूनिस्टों को 21.3 प्रतिशत वोट मिले जबकि अति-राष्ट्रवादी व्लादीमीर जीरिनोवस्की की दक्षिणपंथी एलडीपीआर को लगभग आठ प्रतिशत वोट मिल रहे हैं. ‘ए जस्ट रशिया’ पार्टी 7.6 फीसदी मत हासिल कर रही है.