ग्राम पंचायतों में प्रशासकों के खर्च पर जांच का ग्रहण
बांदा,संवाददाता। ग्राम पंचायतों के कार्यों में प्रशासकों द्वारा किए गए खर्च पर जांच का ग्रहण लग गया है। प्रशासकों द्वारा ग्राम पंचायतों में खर्च की गई 25 लाख से अधिक की धनराशि की जांच के शासन ने आदेश दिए हैं।
सीडीओ को टीम गठित कर 15 दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। लगभग 28 ग्राम पंचायतों जांच के दायरे में हैं। ग्राम पंचायतों के गठन के पूर्व डीएम द्वारा नामित प्रशासकों ने ग्राम पंचायतों में महज पांच माह में 25 लाख से अधिक की धनराशि खर्च कर दी।
इसकी शिकायतों को शासन ने गंभीरता से लिया। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार ने सीडीओ को भेजे आदेश में कहा कि एक जनवरी से 31 मई 2021 के बीच विकास खंड नरैनी के ग्राम पंचायत अतर्रा ग्रामीण, दुबरिया, तुर्रा, गुढ़ा कलां, डढ़वा मानपुर, महोतरा, कमासिन ब्लाक के ग्राम पंचायत इंगुवा, परसौली, मऊ, बेर्रांव, मुसीवां, कमासिन, तिंदवारी ब्लाक के बेंदा, सादी मदनपुर, बड़ोखर ब्लाक के तिंदवारी, महोखर शामिल हैं।
इसी तरह बबेरू ब्लाक के ग्राम पंचायत बबेरू देहात, मरका, अलिहा और बिसंडा ब्लाक के सिंहपुर, कोर्रही, ओरन, मझीवां सानी व बल्लान आदि ग्राम पंचायतें हैं।
इनमें प्रशासकों ने 25 लाख से अधिक धनराशि निकाली है। इसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित करने और 15 दिन में जांच रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए। 25 दिसंबर को ग्राम पंचायतों का कार्यकाल खत्म होने के बाद सात ब्लाकों में प्रशासक नामित किए गए थे।
जिन्हें वित्तीय व प्रशासनिक अधिकार थे। सीडीओ सुधीर सिंह ने बताया कि शासन का पत्र प्राप्त हो गया है। अनियमितताओं की जांच के लिए जल्द टीम गठित की जाएगी।