पाक को 3.800 करोड़ डॉलर का नुकसान
नई दिल्ली। एफएटीएफ यानी फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की ओर से पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में बनाए रखने के फैसले से इमरान खान की सरकार को बड़ा झटका लगा है।
समाचार एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक आर्थिक संकट की मार झेल रहे पाकिस्तान की हालत और खराब होने की आशंका है। पाकिस्तान ‘ग्रे लिस्ट’ पर बने रहने का मतलब है कि उसे अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ सहित अंतरराष्ट्रीय निकायों से आर्थिक मदद पाने में मुश्किल आएगी।
इस्लामाबाद स्थित स्वतंत्र थिंक-टैंक ‘तबादलाबी’ द्वारा प्रकाशित एक रिसर्च पेपर में कहा गया है कि एफएटीएफ के साल 2008 से देश को ग्रे लिस्ट में बनाए रखने के फैसले के कारण पाकिस्तान को 38 अरब डॉलर का भारी नुकसान हुआ है।
ऐसे में एफएटीएफ की ओर से फिर ग्रे लिस्ट में डालना पाकिस्तान पर भारी पड़ने वाला है। यह रिसर्च पेपर नाफी सरदार ने लिखा है। इस पेपर का शीर्षक पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर एफएटीएफ की ग्रे-लिस्टिंग का प्रभाव है।