पांच साल पहले किया था कोरोना वायरस से निपटने का अभ्यास
ब्रिटिश सरकार ने पांच साल पहले एक अभ्यास किया था, जिसका मकसद मर्स की दस्तक से होने वाले दुष्प्रभावों को आंकना और उससे निपटने के उपाय तलाशना था। मर्स एक श्वास संक्रमण है, जो कोरोना वायरस के बेहद घातक स्वरूप ‘मर्स-कोव’ की जद में आने से पनपता है। ‘द गार्डियन’ ने सूचना के अधिकार कानून के तहत मिली जानकारी के आधार पर शुक्रवार को यह खुलासा किया।
अखबार के मुताबिक ‘एक्सरसाइज एलिस’ को 2016 में बेहद गोपनीय तरीके से अंजाम दिया गया था। यह कोविड-19 की दस्तक से पांच साल पहले तक ब्रिटेन में महामारी प्रबंधन को लेकर किए गए दर्जनभर से अधिक अभ्यासों में से एक था।
इसमें पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) के अलावा स्वास्थ्य एवं सामाजिक कल्याण विभाग (डीएचएससी) के अधिकारी शामिल हुए थे। पीएचई ने पहले राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए अभ्यास से जुड़ी जानकारी देने से मना कर दिया था। अब जनता के बीच सभी अभ्यास की जानकारी सार्वजनिक करने की मांग जोर पकड़ रही है।