वट सावित्री व्रत 2021, जाने पूजा तिथि व शुभ महूर्त
लखनऊ। अपने पति की दीर्घायु होने और परिजनों की सुख समृद्धि के लिए सुहागिन महिलाएं वट सावित्री व्रत करती हैं। इस व्रत में बड़ के पेड़ की पूजा की जाती है।
यह व्रत ज्येष्ट मास की अमावस्या के दिन रखा जाता है। इस साल अमावस्या तिथि 09 जून दोपहर 01 बजकर 57 मिनट पर अमावस्या तिथि शुरू होगी तथा 10 जून शाम 04 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगी। इसलिए वट सावित्री व्रत 10 जून को रखना श्रेयष्कर है।
वट सावित्री त्योहार के दौरान महिलाएं वटवृक्ष के नीचे सुहाग की कुशलता की कामना करती हैं। इस दिन महिलाएं बरगद के पेड़ की परिक्रमा कर इसके चारों ओर रक्षा सूत्र भी लपेटती हैं। पूजा के दौरान सुहागिन महिलाएं वट सावित्री की कथा भी सुनती हैं।
कहा जाता है कि सत्यवान,सावित्री और यमराज का मिलन वट वृक्ष के नीचे ही हुआ था इसलिए वट वृक्ष पूजनीय है। ऐसे भी पीपल को विष्णु रूप और वट को शिवरूप कहा जाता है। पूजन के बाद सुहाग की सामग्री और फल आदि दान करने का विधान है।