विकास दुबे केस में आरोपी पूर्व एसओ और दरोगा की फिरसे होगी जांच
लखनऊ : कानपुर के बिकरू गांव में पिछले साल 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई थी। इस केस में विकास दुबे का साथ देने वाले आरोपित पुलिस कर्मियों की जांच में थोड़ा बदलाव किया गया है। पूर्व एसओ चौबेपुर विनय तिवारी और हल्का इंचार्ज केके शर्मा की फाइलों को अलग किया गया है। वहीं पांच अन्य पुलिस कर्मियों की जांच की फाइल अंतिम दौर में है। इनके खिलाफ जल्द ही एडीसीपी द्वारा रिपोर्ट लगाकर वरिष्ठ अधिकारियों को सौंप दी जाएगी।
बिकरू कांड में पूर्व चौबेपुर एसओ विनय तिवारी, दरोगा केके शर्मा, दरोगा अजहर इशरत, दरोगा कुंवर पाल सिंह, दरोगा विश्वनाथ मिश्र, दरोगा अवनीश कुमार सिंह, सिपाही अभिषेक कुमार और सिपाही राजीव कुमार के खिलाफ एसआईटी ने वृहद दंड कार्रवाई की संस्तुति की थी। जांच एडीसीपी क्राइम आईपीएस दीपक भूकर को सौंपी गई है। विनय तिवारी और केके शर्मा जेल में बंद हैं। कई बार पत्र भेजने के बाद भी दोनों ने अपने बयान दर्ज नहीं कराए हैं। अन्य पांचों पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज हो चुके हैं।
एडीसीपी क्राइम ने बताया कि जेल में बंद पुलिसकर्मियों के अलावा अन्य सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अंतिम दौर में है। इसलिए जांच में बदलाव कर दिया गया है। इन पांचों पर कार्रवाई जल्द से जल्द उच्चाधिकारियों को भेज दी जाएगी। अन्य दोनों विनय तिवारी और केके शर्मा के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया जारी रहेगी। विधिक राय के अनुसार कार्रवाई होगी। इसमें थोड़ा समय लग सकता है।