भारत के 40 और कारोबारी कोरोना काल के दौरान बने अरबपति
नई दिल्ली: कोरोना महामारी की वजह से पैदा हुए आर्थिक संकट के बाद भी 2020 में अमीर लोगों की संख्या और कुल संपत्ति में बढ़ोतरी देखने को मिली। हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2021 के मुताबिक साल 2020 में कोरोना महामारी के बीच 40 और भारतीयों ने ‘बिलेनियर्स क्लब’ में जगह बनाई है। इस लिस्ट में 177 भारतीयों ने जगह बनाई है। देश सबसे अमीर कारोबारी मुकेश अंबानी की संपत्ति में 24 फीसदी का उछाल आया और अब उनकी नेटवर्थ 83 अरब डॉलर हो गई है। वह ग्लोबल लिस्ट में आठवें स्थान पर रहे।
देश के एक और कारोबारी गुजरात के गौतम अडानी की नेटवर्थ में बढ़ोतरी देखने को मिली है। 2020 में उनकी संपत्ति दोगुनी होकार 32 अरब डॉलर हो गई है। वह दुनिया में 48वें सबसे अमीर कारोबार हो गए हैं। वह भारत के दूसरे अमीर कारोबारी बन गए हैं। उनके भाई विनोद की संपत्ति 128 प्रतिशत बढ़कर 9.8 अरब अमरीकी डॉलर हो गई।
यह रिपोर्ट ऐसे समय में सामने आई है जब अर्थव्यवस्था में के शेप (K-shaped) रिकवरी को लेकर चिंता जताई जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार हुरुन इंडिया के प्रबंध निदेशक अनस रहमान जुनैद ने कहा कि भारतीय कारोबारी अमेरिका और चीन की तरह आईटी या तकनीक से जुड़े कारोबार से पैसा बनाने की जगह पारंपरिक कारोबार से पैसा बना रहे हैं।
आईटी कंपनी एचसीएल के शिव नादर 27 अरब अमेरिकी डॉलर के साथ तीसरे सबसे अमीर भारतीय कारोबारी बने। बायजू रविन्द्रन एंड फैमिली ने अपनी सम्पत्ति में 100 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2.8 अरब अमरीकी डालर की वृद्धि की है। कॉरपोरेट हाउस महिंद्रा ग्रुप के प्रमुख आनंद महिंद्रा और परिवार की 2.4 अरब अमेरिकी डॉलर की संपत्ति में 100 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई। साल के दौरान जिन लोगों की नेटवर्थ में गिरावट देखी गई, उनमें पतंजलि आयुर्वेद के आचार्य बालकृष्ण रहे। उनकी नेटवर्थ 3.6 अरब डॉलर रही और इसमें 32 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
177 भारतीय अरबपतियों में से 60 मुंबई से हैं, इसके बाद दिल्ली से 40 और बंगलुरु से 22 अरबपति हैं। बायोकॉन की किरण मजूमदार शॉ 4.8 अरब अमरीकी डालर (41 प्रतिशत), गोदरेज की स्मिता वी क्रिश 4.7 अरब अमरीकी डालर की बढ़ोतरी देखने को मिली।