जानिए पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर क्या बोले अशोक गेहलोत
नई दिल्ली: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पेट्रोल डीजल के बढ़ते दाम को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए शनिवार को कहा कि यह उसकी गलत आर्थिक नीतियों का नतीजा है। गहलोत ने ट्वीट किया,’ पेट्रोल-डीजल की कीमतों से आमजन त्रस्त है। पिछले 11 दिनों से लगातार दाम बढ़ रहे हैं। यह मोदी सरकार की गलत आर्थिक नीतियों का नतीजा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें फिलहाल संप्रग सरकार के कार्यकाल के समय से आधी हैं लेकिन पेट्रोल-डीजल की कीमतें अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गई हैं।’
ईंधन की कीमतें राज्य के हिसाब से अलग-अलग हैं। इसका कारण राज्यों के द्वारा लगाया जाने वाला मूल्य वर्धित कर (वैट) है। राजस्थान में इसलिए दाम अधिक: राजस्थान में पेट्रोल पर सर्वाधिक वैट वसूला जा रहा है। इस राज्य में पेट्रोल पर 36% और डीजल पर 26% वैट है। श्रीगंगानगर में तेल की आपूर्ति जयपुर या जोधपुर से होती है। अधिक दूरी की वजह से परिवहन खर्च ज्यादा हो जाता है। पेट्रोल जयपुर में श्रीगंगानगर के मुकाबले चार रुपये सस्ता है। जबकि पिछले दिनों सरकार ने दो प्रतिशत वैट में कटौती की थी।
गहलोत के अनुसार मोदी सरकार पेट्रोल पर 32.90 रुपये व डीजल पर 31.80 रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क लगाती है। जबकि 2014 में संप्रग सरकार के समय पेट्रोल पर सिर्फ 9.20 रुपये व डीजल पर महज 3.46 रुपये उत्पाद शुल्क था। मोदी सरकार को आमजन के हित में अविलंब उत्पाद शुल्क घटाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने लिखा है कि मोदी सरकार ने राज्यों के हिस्से वाले मूल उत्पाद शुल्क को लगातार घटाया है और अपना खजाना भरने के लिए केवल केन्द्र के हिस्से वाली अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी व विशेष एक्साइज ड्यूटी को लगातार बढ़ाया है। इससे अपने आर्थिक संसाधन जुटाने के लिए राज्य सरकारों को वैट बढ़ाना पड़ रहा है।